पीओके भारत का हिस्सा और एक दिन इसे लेकर रहेंगे- एस जयशंकर
17 Sep 2019
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संवाददाता/in24 न्यूज़।
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अंतरराष्ट्रीय मंच पर बढ़ती भारत की भूमिका से लेकर कश्मीर मुद्दे पर जारी पाकिस्तान के साथ तनावपूर्ण संबंधों पर भी चर्चा की।विदेश मंत्री एस जयशंकर ने मंगलवार को मीडिया कांफ्रेंस को संबोधित किया। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत के बढ़ते दबदबे से लेकर कश्मीर मुद्दे पर पाकिस्तान से जारी तनाव का भी जिक्र किया। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा बहरीन, मालदीव, रूस दौरे का जिक्र करते हुए कहा कि इन सौ दिनों में कई देशों के साथ हमारे संबंध मजबूत हुए हैं। विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा, ‘गुलाम कश्मीर भारत का हिस्सा है। हमें उम्मीद है कि एक दिन इस पर हमारा अधिकार हो जाएगा।’कश्मीर और पाकिस्तान पर भी की चर्चाविदेश मंत्री एस जयशंकर ने पाकिस्तान का नाम नहीं लिया लेकिन कहा, ‘हमारे एक पड़ोसी की ओर से अलग तरह की चुनौती है, यह तब तक ऐसा ही रहेगा जब तक वह सामान्य नहीं हो जाता और आतंक के खिलाफ कार्रवाई नहीं करता।’कश्मीर को अंतरराष्ट्रीय मुद्दा बनाने के प्रयासों को लेकर विदेश मंत्री ने कहा, ‘भारत की स्थिति मजबूत हुई हैं और इसके आंतरिक मामले भी मजबूत हो जाएंगे।’ उन्होंने कहा कि कश्मीर पर लोग क्या कहते हैं उसकी चिंता न करें, इस पर 1972 से भारत के लिए भविष्यवाणी की जाती रही है।उन्होंने लद्दाख में पांगोंग झील के करीब भारत व चीनी सेना के आमने सामने होने के मुद्दे पर कहा, ‘वहां लड़ाई नहीं हुई। वहां केवल दोनों देशों के सैनिक तैनात थे, अब मामले का समाधान हो गया।’ उन्होंने इस्लामाबाद में जासूसी के आरोप में कैद कुलभूषण जाधव के मामले पर बोला कि सिंध में जो अभी हो रहा वह केवल पिछले 100 दिनों में नहीं हुआ है। सिख लड़कियों के अपहरण का भी मामला हुआ है। अफ्रीका में खोले जाएंगे 18 दूतावास
अफ्रीका के साथ संबंधों के प्रगाढ़ होने की बात को रेखांकित करते हुए कहा कि वहां 18 भारतीय दूतावास खोले जाने का काम चल रहा है। बता दें कि मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल के 100 दिन हाल में ही पूरे हुए हैं। उन्होंने कहा, ‘जी 20, ब्रिक्स जैसे बहुपक्षीय मंचों पर भारत की आवाज सुनी जाने लगी है।’ विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा, ‘विदेश नीति व देश की नीतियों के बीच मजबूत लिंक बने हैं। पिछले 100 दिनों में हम अफ्रीका में काफी एक्टिव हुए हैं। हमारी अफ्रीका प्रतिबद्धताओं को लेकर हमारे प्रयासों में काफी इजाफा हुआ है। वहां 18 दूतावास को खोलने का काम चल रहा है।’