राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री ने दी देशवाशियों को महाअष्टमी की शुभकामनाएं
06 Oct 2019
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संवाददाता/in24 न्यूज़।
आज पूरे देश में धूम धाम से महाअष्टमी मनाई जा रही है, इसे दुर्गा अष्टमी भी कहते हैं. शारदीय नवरात्रि का आज आठवां दिन है. ये माता का आठवां स्वरूप है. नवरात्रि में दुर्गाअष्टमी का बड़ा महत्व होता है। दुर्गा अष्टमी नवरात्रि के 8 वें दिन मनाई जाती है।आज सुबह ही देवी के मंदिरों में काकड़ आरती हुई. आज के दिन देश भर के देवी मंदिरों में भक्तों का तांता लगा हुआ है. मुंबई के मुंबा देवी मंदिर में काकड़ आरती हुई तो दिल्ली के झंडेवालन मंदिर में महाष्टमी पर भव्य आरती हुई.महाअष्टमी के दिन महागौरी की पूजा की जाती है. माता महागौरी अपने भक्तों की हर समस्याओं का समाधान करती हैं. अगर आप आर्थिक रूप से परेशान है, तो आपकी आर्थिक समस्याएं सुलझाकर आपके जीवन में सुख, समृद्धि और ऐश्वर्य की बहार लाती हैं, इस शुभ अवसर पर देश के राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री ने लोगों को शुभकामनाएं दी. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने ट्वीट करते हुए लिखा की दुर्गा पूजा के शुभ अवसर पर भारत और विदेशों में साथी नागरिकों को शुभकामनाएं। यह बुराई पर अच्छाई की जीत का उत्सव है। देवी दुर्गा हमारे ऊपर अपनी कृपा बरसाएं और हमारे जीवन को आनंद और समृद्धि से समृद्ध करें। तो वही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया है कि आप सभी को महाष्टमी की हार्दिक शुभकामनाएं दुर्गाष्टमी की देवी महागौरी हर किसी के जीवन में खुशियां, सौभाग्य और समृद्धि लाएं। शारदीय नवरात्र की महा अष्टमी पर रविवार को श्रद्धालुओं ने मां के आठवें स्वरूप महागौरी की पूजा अर्चना कर सुख समृद्धि की कामना की। साथ ही अष्टमी पर घर-घर कन्याओं का पूजन कर उपहार व दक्षिणा दी गई। रविवार को शारदीय नवरात्र के अष्टमी पर मां के आठवें स्वरुप महागौरी की पूजा अर्चना की गई। नवरात्र का आठवां दिन होने के चलते माया देवी मंदिर, चंडी देवी मंदिर, दक्षिण काली मंदिर,प्राचीन काली मंदिर, सुरेश्वरी देवी मंदिर, मनसा देवी मंदिर, मां बगला मुखी मंदिर आदि सिद्धपीठों और मंदिरों में श्रद्धालुओं की खासी भीड़ रही। सुबह से ही मां के दर्शनों के लिए श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा। अष्टमी के चलते घर-घर कन्या भी पूजी गई। घर में कन्याओं का अभिनंदन कर पूजा-अर्चना की गई। कन्याओं का तिलक कर भोजन ग्रहण करवाने के बाद चुनरी व वस्त्र भेंट किए गए। महाअष्टमी के दिन कन्यापूजन कर उन्हें सात्विक भोजन कराया जाता है, भोजन के बाद ही व्रत का पारण किया जाता है, ऐसा करने से मां दुर्गा प्रसन्न हो जाती हैं.श्रद्धालुओं ने अपनी-अपनी सामर्थ्य के अनुसार कन्याओं को दक्षिणा दी। मां भगवती से घर-परिवार की सुख-समृद्धि की कामना की गई।