इंडियन जर्नलिज्म की स्टूडेंट बनी ब्रिटिश डिप्टी हाई कमिश्नर

 12 Oct 2019  946
संवाददाता/in24 न्यूज़.   

पत्रकारिता को यदि मिशन के तौर पर लिया जाए और कुछ कर गुज़रने का जज़्बा हो तो कामयाबी कदम चूमने से पीछे नहीं हटती। यही कारण है कि एक भारतीय पत्रकारिता की छात्रा को अमेरिका ने ब्रिटिश डिप्टी हाई कमिश्नर के पद पर पर एक दिन का विशेष सम्मान दिया. गौरतलब है कि बेंगलुरु के एक पत्रकारिता छात्रा को एक दिन के लिए ब्रिटिश डिप्टी हाई- कमिश्नर बनने और ब्रिटेन-भारत के राजनयिक संबंधों के बारे में जानने का दुर्लभ अवसर मिला. छात्रा को यह रोल ब्रिटिश डिप्टी हाई कमिश्नर जेरेमी पिल्मोर बेडफोर्ड द्वारा दिया गया. यह भारत में ब्रिटेन का तीसरा सबसे बड़ा पद माना जाता है. इस दौरान छात्रा अंबिका बनर्जी ने सरकार और बिजनेस स्टेकहोल्डर्स के साथ मीटिंग की. अंबिका ने एक न्यूज़ एजेंसी को बताया  कि मेरा दिन ऊर्जा से भरा हुआ था क्योंकि हमने पूरे दिन की योजना बनाई थी. मुझे बेंगलुरु के सभी ब्रिटिश उप उच्चायुक्त कार्यालय के सभी कर्मचारियों से मिलना था. फिर हम व्हाइटफील्ड में टेस्को गए और जाना कि यह कैसे कार्य करता है." वह विद्या लक्ष्मी से भी मिलीं, जो लैंगिक समानता लेकर मुखर हैं.” छात्रा ने कहा "मैं यह नहीं कहूंगी कि यह सिर्फ एक दिन की बात है. यह पूरी प्रक्रिया है कि हम इन पदों पर कैसे पहुंच सकते हैं और यह निश्चित रूप से एक शुरुआत है कि ये कार्यालय कैसे कार्य करते हैं और भारत और ब्रिटेन के बीच राजनयिक संबंध कैसे हैं यह एक प्रक्रिया है जिसे मैंने अभी शुरू किया है. यह एक अच्छा अनुभव था, मुझे मज़ा आया." ब्रिटिश डिप्टी हाई कमिश्नर जेरेमी पिल्मोर बेडफोर्ड ने कहा इस चुनौती का उद्देश्य यूके में महिलाओं, महिलाओं के मुद्दों और विश्व स्तर पर ब्रिटेन के समर्थन को उजागर करना है. बेडफोर्ड ने कहा कि ब्रिटेन में अधिकांश मंत्रालय महिलाओं के पास हैं और वे महिलाओं द्वारा आयोजित किए जाने वाले अपने ओवरसाइड एम्बेसडरशिप का कम से कम आधा हिस्सा लेने की इच्छा रखती हैं.