कुलगाम में पांच मजदूरों की हत्या
30 Oct 2019
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संवाददाता/in24 न्यूज़।
आतंकवाद का नासूर दिन ब दिन बढ़ता जा रहा है. खासकर जम्मू-कश्मीर में जिस तरह आतंकी लगातार अपनी हरकत से लोगों की ज़िंदगी से खेल रहे हैं, ऐसे में सवाल यही उठता है कि निर्दोष इस देश में कबतक अपनी जान गंवाते रहेंगे. जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटने के बाद सबसे बड़ा आतंकी हमला हुआ है. ये हमला ऐसे वक्त में हुआ है जब यूरोपियन यूनियन के सांसद जम्मू-कश्मीर के दौरे पर हैं. मंगलवार को कुलगाम में आतंकियों ने पांच मजदूरों को गोली मारकर हत्या कर दी. साथ ही इस हमले में एक मजदूर के घायल होने की भी खबर है. आतंकियों ने जिन मजदूरों की हत्या की है वे सब पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद के रहने वाले थे. इनके नाम शेख कमरुद्दीन, शेख एमडी रफीक, शेख मर्सुलिन, शेख निजामुद्दीन और मोहम्मद रफीक हैं. इस घटना पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दुख जताया है. सीएम बनर्जी ने एक ट्वीट कर कहा कि कश्मीर में नृशंस हत्याओं से हम स्तब्ध और दुखी हैं. मुर्शिदाबाद के पांच मजदूरों की जान चली गई. हमारे शब्द मृतक के परिवारों के दुःख को दूर नहीं करेंगे. इस दुखद घड़ी में परिवारवालों को सभी तरह की मदद दी जाएगी. इस घटना के बाद सुरक्षा व्यवस्ता और कड़ी कर दी गई है. वहीं हमले में शामिल आतंकियों को पकड़ने के लिए सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस सर्च ऑपरेशन चला रही है. बता दें कि जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटने के बाद यह सबसे बड़ा आतंकी हमला है. मोदी सरकार ने पांच अगस्त को जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने का ऐलान किया था. केंद्र सरकार के इस फैसले के बाद पाकिस्तान बौखलाया हुआ है और लगातार जम्मू-कश्मीर में आतंकी भेजने की साजिश रच रहा है. अनुच्छेद 370 हटने के बाद आतंकी घाटी में उन लोगों को सबसे अधिक अपना निशाना बना रहे हैं जो कश्मीर से बाहर के हैं. जिनमें ट्रक ड्राइवर और मजदूर शामिल हैं.