संवाददाता/ in24 न्यूज़
फिल्म मे निर्माता निर्देशक महेश मांजरेकर (mahesh manjrekar) की फिल्म ‘नय वरण भट लोंचा कोन कोंचा’ अपने बोल्ड कंटेंट को लेकर विवादों में घिर गयी है. फिल्म में बच्चों के साथ आपत्तिजनक दृश्य फिल्माए गए हैं. फिल्म का ट्रेलर रिलीज होते ही हंगामा मच गया. फिल्म को लेकर लोगों में नाराजगी देखने को मिली। इस फिल्म को लेकर महाराष्ट्र की दो संस्थाओं ने जहां कोर्ट में शिकायत दर्ज कराई, वहीं राष्ट्रीय महिला आयोग और राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (NCPCR) ने फिल्म के कंटेंट पर सख्त ऐतराज जताया है और कहा कि बच्चों के अभिभावक पर एक्शन लिया जाना चाहिए। लगातार बढ़ते विवाद को देखते हुए अब फिल्म को बैन करने की मांग उठ रही है.
बता दें कि यह फिल्म गरीब मिल मजदूरों और उनके परिवारों पर पड़ने वाले हड़ताल का प्रभाव, और उनका सामना करने वाली हुई पीढ़ी को दिखाया गया है। इसमें बच्चों को सेक्सुअल सीन करते दिखाया है। फिल्म के बोल्ड कंटेंट को देखते हुए इसे 'ए' सर्टिफिकेट दिया गया है.
इस फिल्म का टीजर 14 जनवरी को ही रिलीज हुआ था। फिल्म बनाने वालों के खिलाफ दो संस्थाओं ने पहले मुंबई पुलिस से केस दर्ज करने की मांग की, लेकिन FIR नहीं लिखी गई। इसके बाद उन्होंने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया।
फिल्म के बारे में महेश मांजरेकर ने बताया कि, हमने फिल्म बनाई और इसे सेंसर बोर्ड को दिखाया, जिसने हमारी फिल्म को ‘ए’ सर्टिफिकेट दिया। अभी कोर्ट में मामला है। हमें न्याय व्यवस्था पर पूरा भरोसा है।
महेश मांजरेकर के खिलाफ क्षत्रिय मराठा सेवा संस्था ने बांद्रा मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट कोर्ट में मुकदमा दर्ज कराया है। इस मामले में मांजरेकर के अलावा फिल्म से जुड़े नरेंद्र, श्रेयंस हीरावत और एनएच स्टूडियोज को भी आरोपी बनाया गया है। आखिर फिल्म को लेकर बढ़ते विवाद के बाद इसका टीजर सभी सोशल मीडिया के प्लेटफॉर्म से हटा दिया गया है.