मुंबई में मनाई गई प्रसिद्ध नृत्यांगना सितारा देवी की जन्म शताब्दी

 07 Nov 2022  559
शुभम मिश्रा/in24 न्यूज़/मुंबई
 
 

देश की सबसे प्रसिद्ध कत्थक नृत्यांगना सितारा देवी की जन्म शताब्दी के मौके पर मुंबई के अंधेरी पश्चिम इलाके में स्थित भवंस कॉलेज के कल्चर सेंटर में एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया. जन्म शताब्दी के इस कार्यक्रम में महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित हुए. बता दें कि जयंती माला कलाकृति केंद्र की तरफ से आचार्य चौबे महाराज महोत्सव के 28 वें संस्करण और कत्थक नृत्यांगना सितारा देवी की जन्म शताब्दी के उपलक्ष्य में इस ख़ास समारोह आयोजित किया गया था. इस समारोह में महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने सितारा देवी को श्रद्धा सुमन अर्पित किया. कार्यक्रम के दौरान कलाकृति केंद्र की चेयरमैन जयंती माला मिश्रा और सचिव राजेश मिश्रा ने सितारा देवी का स्मृति चिन्ह देकर भगत सिंह कोश्यारी का स्वागत किया. वही कार्यक्रम में उपस्थित तमाम सितार वादक, नृत्यांगना, मृदंग वादक और कत्थक डांसरों का राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने सम्मान किया. राज्यपाल की मौजूदगी में बनारस घराने की मशहूर कत्थक नृत्यांगना ऋषिका मिश्रा, जो कि सितारा देवी जी की पोती हैं उन्होंने अपनी प्रस्तुति दी. इसके अलावा सितारा देवी की बेटी और जयंती माला कलाकृति केंद्र की चेयरमैन जयंती माला मिश्रा ने कत्थक नृत्य की अद्भुत प्रस्तुति देकर कार्यक्रम में उपस्थित सभी लोगों का दिल जीत लिया. मशहूर कत्थक नृत्यांगना सितारा देवी का जन्म 8 नवंबर 1920 को हुआ था. उन्होंने बहुत छोटी सी उम्र से ही कथक डांस सीखना शुरू कर दिया था और जब वह मात्र 16 साल की थी, तब उनके नृत्य को देखने के बाद रविंद्र नाथ ठाकुर ने उन्हें नृत्य साम्राज्ञी कहकर संबोधित किया था. उन्होंने भारत और विश्व के विभिन्न हिस्सों में अपने नृत्य का प्रदर्शन किया और कत्थक नृत्य को दुनिया भर में एक अलग पहचान दी, जिसके लिए उन्हें पद्म भूषण सम्मान से भी पुरस्कृत किया गया था. आपको बता दें कि मुंबई के जसलोक हॉस्पिटल में 25 नवंबर 2014 को सितारा देवी ने अंतिम सांस ली. आज सितारा देवी हमारे बीच में नहीं हैं लेकिन उनकी अद्भुत कला युगों युगों तक लोगों के मन में बसी रहेगी.