शर्मिला टैगोर का 77वां जन्मदिन आज
08 Dec 2020
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संवाददाता/in24 न्यूज़.
अपने ज़माने की खूबसूरत अभिनेत्री शर्मिला टैगोर आज अपना 76वां जन्मदिन मना रही हैं। हिंदी और बांग्ला फिल्मों की एक ऐसी अदाकारा, जिनकी खूबसूरती का आज भी लोग लोहा मानते हैं और जिनके अभिनय की तारीफ जितनी भी की जाए, कम ही पड़ जाती है। 60 के दशक में जब फिल्मों में अभिनय करना अच्छा नहीं माना जाता था, उस दौर में भी फिल्म में बिकिनी पहनने और मैग्जीन के कवर से लेकर मुंबई की सड़कों तक बिकिनी वाले पोस्टर्स लगवाने की अनुमति देने का बोल्ड डिसीजन लेने वाली शर्मिला टैगोर ने उसी समय बता दिया था कि अभिनय को लेकर वे किस तरह गंभीर हैं. सबसे बड़ी बात यह है कि शर्मिला टैगोर महान विद्वान रविंद्र नाथ टैगोर के खानदान से ताल्लुक रखती हैं। 8 दिसंबर 1944 को हैदराबाद के एक हिंदू बंगाली परिवार में जन्मीं शर्मिला की मां असम की थीं और पिता एक बंगाली परिवार से। शर्मिला टैगोर के पिता गितेन्द्रनाथ टैगोर 'टैगोर एल्गिन मिल्स' के ब्रिटिश इंडिया कंपनी के महाप्रबंधक थे। शर्मिला टैगोर की मां की मां यानी उनकी नानी, नोबेल पुरस्कार विजेता रवींद्रनाथ टैगोर के भाई द्विजेंद्रनाथ टैगोर की नातिन थीं। अपने बेहतरीन अभिनय के लिए दो बार राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार और दो बार फ़िल्म फे़यर अवॉर्ड से नवाजी जा चुकीं शर्मिला की गिनती भारतीय फ़िल्मों की सशक्त अभिनेत्रियों में की जाती है। कला की दुनिया में अपनी खास पहचान बना चुकीं शर्मिला को साल 2013 में देश के तीसरे सर्वोच्च नागरिक सम्मान पद्म भूषण से भी सम्मानित किया जा चुका है। हालांकि शर्मिला हमेशा से ही शशि कपूर की फैन रही हैं। कश्मीर की कली फिल्म की शूटिंग के दौरान सेट पर शशि कपूर पहुंचे तो शर्मिला शूटिंग कर ही नहीं पाईं। यह देखकर डायरेक्टर को शशि कपूर से रिक्वेस्ट करनी पड़ी कि वह सेट से बाहर चले जाएं। शर्मिला ने पटौदी के नवाब और भारतीय क्रिकेटर मंसूर अली खान पटौदी से 27 दिसंबर 1969 को निकाह किया था। नवाब पटौदी ने शर्मिला को इंप्रेस करने के लिए उस दौर में रेफ्रिजरेटर गिफ्ट किया था। वह भी एक नहीं, सात। नाराज होकर शर्मिला ने उन्हें फोन किया और ऐसा करने से मना किया। हालांकि इसके बाद शर्मिला ने पटौदी को मिलने के लिए समय दिया। फिर तकरीबन चार साल तक नवाब शर्मिला को गुलाब का फूल ही भेजा करते थे। कहा जाता है कि नवाब पटौदी अपने प्यार का इजहार करने के लिए एक और खास तरीका अपनाते थे। स्टेडियम में शर्मिला जहां बैठकर उनका मैच देखतीं, नवाब उसी दिशा में गेंद खेलते और हर बार गेंद शर्मिला की गोद में जाकर गिरती। शर्मिला ने टाइगर पटौदी नाम से मशहूर नवाब पटौदी से शादी करने के लिए इस्लाम धर्म अपनाकर अपना नाम बेगम आयशा सुल्ताना खान रख लिया था। 'एन इवनिंग इन पेरिस' जैसी सुपरहिट फिल्म में बिकिनी पहनकर अपने बोल्डनेस का परिचय दे चुकीं शर्मिला ने अपने प्यार के लिए धर्म परिवर्तन किया था। शर्मिला पहली इंडियन एक्ट्रेस थीं, जिन्होंने उस दौर में फिल्मफेयर मैग्जीन के कवर पेज के लिए भी बिकिनी पहनी थी। शर्मिला को जब पता चला था कि उनकी सास उनसे मिलने आ रही हैं, तो वे बहुत परेशान हो गई थीं। शर्मिला को इस बात की चिंता थी कि अगर मंसूर की मां ने उनके बिकिनी वाले पोस्टर देख लिए तो वे शादी से मना कर देंगी। इसके बाद शर्मिला ने फिल्म के प्रोड्यूसर को फोन किया और मुंबई की हर जगह से अपने बिकिनी वाले पोस्टर हटवाने को बोल दिया। शर्मिला ने अपने फिल्मी जीवन की शुरुआत महज 13 साल की उम्र में सौमित्र चटर्जी के साथ की थी। दोनों ने अपने करियर की शुरुआत साल 1959 में आई फिल्म निर्माता सत्यजीत रे की बांग्ला फिल्म ‘अपुर संसार’ में बाल कलाकार के तौर पर की थी।इस फिल्म में उन्होंने उस दौर के बाल विवाह की समस्या का एक बच्ची के जीवन पर कैसा असर होता है, दिखाया था। फिल्म दर्शकों को इतनी पसंद आई कि बहुत जल्द उन्हें दूसरी फिल्म ‘देवी’ ऑफर कर दी गई। भारतीय सिनेमा में अहम योगदान देने के कारण शर्मिला टैगोर को सेंसर बोर्ड की अध्यक्ष की कुर्सी भी संभालने को दिया गया, लेकिन एक दौर वह भी था जब ‘अपुर संसार’ में अभिनय करने के कारण उन्हें स्कूल से निकाल दिया गया था। 1964 में हिंदी फिल्म ‘कश्मीर की कली’ से बॉलीवुड में कदम रखने वाली शर्मिला ने फिर कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। इस फ़िल्म ने शर्मीला टैगोर के करियर को बुलंदियों पर पहुंचा दिया। 60-80 के दशक में बड़े पर्दे पर शर्मिला का ही राज़ था। इस दौर में उन्होंने 'आराधना', 'अमर प्रेम', 'सफर', 'कश्मीर की कली', 'मौसम', 'तलाश', 'वक़्त','फ़रार', 'आमने-सामने' ‘चुपके-चुपके’ जैसी कई सुपरहिट फ़िल्मों में काम किया। उस दौर में शायद ही कोई ऐसा कलाकार होगा, जिनके साथ शर्मिला ने फिल्म न की हो। हालांकि शम्मी कपूर, संजीव कुमार, धर्मेंद्र जैसे कई महान कलाकारों के साथ काम करने के बावजूद राजेश खन्ना के साथ उनकी जोड़ी दर्शकों को सबसे ज्यादा पसंद आई। राजेश खन्ना के साथ उन्होंने कई फिल्मों में काम किया। हालांकि अमर प्रेम, दाग, आराधना में जबरदस्त अभिनय के लिए उन्हें आज भी याद किया जाता है। शर्मिला की कातिलाना हंसी के लाखों दीवाने हुआ करते थे। आज इस उम्र में भी उनका ग्रेस और चार्म बरकरार है। इंडस्ट्री को कई शानदार फिल्में देने वाली शर्मिला, बॉलीवुड के सदाबहार एक्टर धर्मेंद्र के साथ अपना जन्मदिन शेयर करती हैं। इत्तेफाक की बात है कि हिंदी सिनेमा की जान माने जाने वाले इन दोनों ही कलाकारों की जोड़ी को खूब पसंद किया गया। धर्मेंद्र और शर्मिला दोनों का जन्म 8 दिसंबर को होता है और खास बात यह है कि दोनों ने साथ में 8 सुपरहिट फिल्में की हैं। धर्मेंद्र और शर्मिला की सबसे यादगार फिल्में हैं- 'सत्यकाम','अनुपमा', 'देवर', 'मेरे हमदम मेरे दोस्त', 'जासूसी', 'यकीन', 'चुपके-चुपके' और 'सनी'। शर्मिला टैगोर और नवाब पटौदी के तीन बच्चे हैं। सैफ अली खान, सबा अली खान और सोहा अली खान। सैफ की पहली पत्नी अमृता सिंह थीं जबकि उनकी दूसरी पत्नी हैं करीना कपूर। दोनों का एक बेटा तैमूर अली खान है और करीना जल्द ही फिर से मां बनने वाली हैं। शर्मिला और पटौदी की बेटी सारा अली खान ने कुणाल खेमू से शादी की है, जिन्हें कई बेहतरीन फिल्मों में बाल कलाकार के तौर पर खूब पसंद किया गया था। सारा की बहन सबा अली खान 44 की हो चुकी हैं, लेकिन अब भी सिंगल हैं। वह ज्वेलरी बिजनेस से जुड़ी हुई हैं। बता दें कि आज भी शर्मिला की ख़ूबसूरती में कोई कमी नहीं आई है. in24 न्यूज़ परिवार की तरफ से शर्मिला जी को जन्मदिन की हार्दिक बधाई.