हीमैन धर्मेंद्र मना रहे हैं 85वां जन्मदिन
08 Dec 2020
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संवाददाता/in24 न्यूज़.
पंजाब से मुंबई आकर बहुत ज़्यादा स्ट्रगल करके स्टार बनने वाले हरफनमौला कलाकार धर्मेंद्र आज अपना 85 वां जन्मदिन मना रहे हैं। उनका जन्म 8 दिसम्बर 1935 को लुधियाना के नसराली गांव में हुआ था। 'हीमैन' धर्मेंद्र भारतीय फिल्म इंडस्ट्री का एक ऐसा नाम है, जिसने ब्लैक एंड व्हाइट के दौर से लेकर रंगीन पर्दे पर और आज के एचडी थ्रीडी सिनेमा में अभिनय किया। उनके इस बर्थडे के मौके पर हम आपको उनसे से जुड़े 3 ऐसे किस्से बताने जा रहे जो काफी कम ही लोगों को पता हैं। धर्मेंद्र ने एक्ट्रेस आशा पारेख काफी अच्छे दोस्त है। साल 2019 में एक्ट्रेस आशा पारेख और वहीदा रहमान ने एक सिंगिंग रियलिटी शो 'सुपरस्टार सिंगर' का स्पेशल एपिसोड शूट किया। इस दौरान आशा ने बताया, "फिल्म 'आए दिन बहार के' में एक गाना था, जिसे धर्मेंद्रजी पानी में नाचते हुए शूट किया था। लेकिन दार्जलिंग के मौसम के चलते उन्हें ठंड लग रही थी। डायरेक्टर के कट बोलने के बाद हर बार वे पानी से बाहर आते थे, जहां लोग उन्हें ब्रांडी ऑफर करते थे। तब वे मुझे देखते थे, क्योंकि मैंने उनसे कहा था कि अगर वह शराब पीएंगे, तो मैं सेट पर नहीं आऊंगी या फिर सेट छोड़कर चली जाऊंगी। यह सब दो-तीन दिनों तक चला, लेकिन उन्होंने मेरे सम्मान में शराब का एक घूंट भी नहीं पिया।"वहीं इस शो में धर्मेंद्र का भी एक क्लिप शेयर किया गया था। इसमें धर्मेंद्र ने भी अपने और आशा जी की दोस्ती को लेकर "फिल्म 'आए दिन बहार के' शूटिंग की बातें बताई थी। इसमें उन्होंने बताया कि आशा के साथ शूटिंग के लिए वे प्याज खाकर जाया करते थे, ताकि मुंह से शराब की गंध न आए। फिल्म शोले में धर्मेंद्र वीरू के किरदार में नजर आए हैं। हालांकि इस फिल्म में वे ठाकुर बलदेव सिंह का रोल करना चाहते थे। इस फिल्म में ठाकुर का रोल संजीव कुमार ने निभाया था। लेकिन जब धर्मेंद्र को पता चला कि फिल्म के अंत में संजीव कुमार को लड़की का साथ मिल जाएगा तो उन्होंने अपना विचार बदल दिया। 1975 में धर्मेंद्र प्रतिज्ञा फिल्म की शूटिंग कर रहे थे। फिल्म के कुछ सीन नाशिक में फिल्माए जाने थे जिसके लिए फिल्म की पूरी यूनिट नासिक बाई रोड मुंबई से नाशिक रवाना हुई। इसी दौरान रास्ते में एक रेलवे क्रॉसिंग पर पड़ी जिस पर ट्रेन पर आने वाली थी। इस बीच पहले से वहां मौजूद कुछ लोगों की नजर धर्मेंद्र पड़ गई। इस दौरान वे उनसे मिलने पहुंच गए। हालांकि हीमैन ने उन्हें निराश नहीं किया और कार में बैठे बैठे ही लोगों से हाथ मिलाया। तभी उनकी नजर एक सरदार पर पड़ गई। उन्होंने सरदार जी से हाल चाल पूछा तो वे थोड़े उखड़े से दिखाई दिए। धर्मेंद्र सरदार जी के इस जवाब से थोड़ा चौंक गए। तभी ट्रेन क्रासिंग से गुजर गई। इस दौरान धर्मेंद्र ने जैसे सरदार जी के चेहरे के पास हाथ लगाने की कोशिश उनकी गाड़ी चल पड़ी सरदार जी की दाढ़ी धर्मेंद्र के हाथ में आ गई थी जिससे वह खिच गई और सरदार की ठुड्डी से खून बहने लगा था। धर्मेंद्र को शेरो शायरी का बेहद शुक है और जब भी उन्हें मौका मिलता है तो वे अपना शेर सुनाना पसंद करते हैं.