आतंक का बेरहम चेहरा, मासूमों की जिंदगी दांव पर
10 Apr 2018
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संवाददाता/in24 न्यूज़
आतंकवाद कितना बेरहम और कितना क्रूर होता है उसका एक नमूना सीरिया में हुए रासायनिक हमले में देखा जा सकता है। हालांकि सिर्फ सीरियाई सरकार ही नहीं, रूस जैसे उसके मित्र देशों ने भी इन खबरों का खंडन किया, मगर सीरिया में पड़े शव और अस्पतालों में सांस की तकलीफ से जूझते मासूम बच्चों की भयावह तस्वीरें सामने आयी।
अभी दुनिया इस खौफनाक सच को ठीक से स्वीकार भी नहीं कर पाई थी कि अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप का वह ट्वीट आ गया जिसमें सीरिया के राष्ट्रपति असद को इस सबकी जड़ बताते हुए, रूस की उनका बचाव करने के लिए और पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति ओबामा की उन्हें खत्म न करने के लिए निंदा की गई थी।
इस हमले का पहला शक अमेरिका पर आया लेकिन उसने इस खबर का खंडन किया, फिर शक की सुई इस्रायल की तरफ घूमी, लेकिन उन्होंने भी अपना हाथ इसमें न होने की बात कही। ऐसे में सवाल उठता है आखिर कौन है जो जिंदगियों के साथ खिलवाड़ कर रहा है ? क्योंकि उस रासायनिक हमले से सिर्फ घर तबाह नहीं हो रहे या फिर आईएस आतंकवाद संगठन नहीं खत्म होगी बल्कि मासूम बच्चे जिनका इस लड़ाई से कुछ लेना देना नहीं वह भी अपनी जिंदगी की लड़ाई लड़ रहे हैं। मगर हालात उनके पक्ष में अबतक नहीं बन पाए हैं.