ऋषि सुनक के हार का भारत पर क्या होगा असर ?

 05 Jul 2024  147

ब्रिटिश संसद के लिए 4 जुलाई को हुए चुनाव में लेबर पार्टी ने बड़ी जीत हासिल की। इसके साथ ही भारतीय मूल के ऋषि सुनक और उनकी कंजर्वेटिव पार्टी को बड़ी हार का सामना करना पड़ा। वहीं हार को स्वीकार करते हुए ऋषि सुनक ने लेबर पार्टी के नेता कीर स्टार्मर को जीत की बधाई दी। अब तक के नतीजों में ब्रिटेन की लेबर पार्टी को 650 में से 411 सीटों पर जीत मिली। जबकि कंजर्वेटिव पार्टी 119 सीटों पर ही सिमट गई। सोचने वाली बात है की ऋषि सुनक को ब्रिटेन में रहने वाले भारतीयों का भी साथ नहीं मिला। इसके साथ ही कहा यह भी जा रहा है की ऋषि सुनक के हार की सबसे बड़ी वजह भारतीय मूल की नाराजगी भी है। गौरतलब है की ब्रिटेन में मौजूदा समय में भारतीय मूल 18 लाख मतदाता है। 
 
दरअसल ऋषि सुनक के पीएम बनने पर भारतीय मूल के लोगों ने उनसे कई तरह की उम्मीद लगाई थी लेकिन वह पूरा नहीं हुआ और नाराजगी का नकारात्मक परिणाम इस चुनाव में देखने मिला। इसमें सबसे बड़ा कारण है की ऋषि सुनक ब्रिटेन के आर्थिक व्यवस्था को लेकर पूरी तरह से असफल रहे। ब्रिटेन की महंगाई को कम करने भी कंजर्वेटिव पार्टी विफल रही। जैसे- टैक्स में लगातार इजाफा, रहन-सहन के खर्च में बढ़ोतरी, इसके आलवा ब्रिटेन में होनेवाले अपराधों पर भी कोई रोक नहीं लगा सके। 
 
इसके विपरीत लेबर पार्टी ने नए घर बनाने संबंधी नीति लेकर आई। जिसे लोगों ने खुशी- खुशी अपनाया। वहीं ब्रिटेन में नई सरकार बनने से भारत पर भी इसका असर पड़ सकता है। दरअसल फ्री ट्रेंड एग्रीमेंट के लिए दिल्ली के 20 शिखर सम्मेलन में पीएम नरेंद्र मोदी और ऋषि सुनक ने काफी मेहनत की थे लेकिन नए लेबर पार्टी के बनने पर शायद अब फ्री ट्रेंड एग्रीमेंट में देरी हो सकती है। वहीं नतीजों के बाद ऋषि सुनक ने अपने समर्थकों से माफी मांगते हुए कहा की इस गलती से सीख लेने की जरूरत है।