मुंबई (mumbai) से मॉब लिंचिंग (mob linching) की एक सनसनीखेज वारदात सामने आई है. दरअसल मौके पर जुटी भीड़ ने एक शख्स को चोर समझ कर इतना पीटा कि वह बुरी तरह से घायल हो गया. उसे आनन-फानन में अस्पताल में दाखिल कराया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गयी. यह घटना उत्तर मुंबई के अंतर्गत आने वाले दामू नगर की है. पीड़ित शख्स का नाम शाहरुख शेख था, जो कि पेशे से ऑटो चलाने का काम करता था. इस सारी घटना का सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है, जहां भीड़ शाहरुख़ की पिटाई करते हुए नजर आ रही है.
बताया जाता है कि शाहरुख शेख को कुछ लोगों की भीड़ ने चोर समझकर उसकी जमकर पिटाई कर दी. यहाँ तक कि शाहरुख को पीटने के बाद उसका हाथ और पैर बांध दिया गया और उसे एक निर्माणाधीन इमारत के अहाते में फेंक दिया था. वारदात के करीब 2 घंटे बाद एक जागरूक नागरिक ने इसकी सूचना पुलिस कन्ट्रोल को दी. जिसके बाद समता नगर पुलिस ने मौके पर पहुँच कर खून से लथपथ शाहरुख को शताब्दी हॉस्पिटल ले गयी, जहां उसका मेडिकल करा कर उस घर भेज दिया गया. लेकिन दूसरे दिन शाहरुख की मौत हो गई. इस घटना के बाद पुलिस ने कुछ लोगों के खिलाफ सिर्फ मारपीट करने का मामला दर्ज किया।
पुलिस के इस रवैये से शाहरुख के परिवार के लोग नाराज हो गए. जिसके बाद शाहरुख के परिवार के अलावा सैकड़ों की संख्या में स्थानीय लोगों ने कांदिवली उत्तर प्रादेशिक विभाग के अतिरिक्त पुलिस आयुक्त प्रवीण पडवल के दफ्तर के बाहर धरना प्रदर्शन कर अपना विरोध जताया और शाहरुख के हत्यारों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज करने की मांग की. शाहरुख के परिजनों का कहना है कि शाहरुख को मारने वाले में दो अलग-अलग राजनीतिक पार्टियों से जुड़े हुए लोग है, जिसकी वजह से समता नगर पुलिस शाहरुख के हत्यारों के खिलाफ मामला नही दर्ज कर रही है. परिवार वालों की तरफ से 5 आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की जा रही है.
हालांकि धरना प्रदर्शन के समय इलाके के डीसीपी सोमनाथ घारगे ने शाहरुख के परिजन से मिलकर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करने का आश्वासन दिया.