अगस्त 2016 में ओडिशा के कालाहांडी से कुछ ऐसी तस्वीर सामने आई थी जिसने अपनी तरफ पूरी दुनिया की नज़र को खींच लिया था। पत्नी के शव को कंधे पर लेकर 10 किलोमीटर ले जाने वाले दाना मांझी की तस्वीर ने मानवता को शर्मसार कर दिया था। ठीक उसी तरह असम के मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनेवाला के विधानसभा क्षेत्र में मजुली की कुछ ऐसी घटना सामने आई जिसे देख कर किसी की भी आँखे नम हो जाएंगी। वाहन की सुविधा न मिलने पर 18 वर्षीय भाई के शव को साइकिल से ले जाने पर मजबूर हो गया। बताया जा रहा है कि मजुली गांव की सड़क ख़राब होने क कारण कोई भी गाड़ी वाला उसके भाई के शव को ले जाने के लिए तैयार नहीं हुआ। आखिरकार परेशान होकर अपने 18 वर्षीय भाई के शव को कपड़ों में लपेटकर साइकिल पर रख लिया और निकल पड़ा। तस्वीर लोगों में फैलने के बाद मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल ने मामले की जांच के आदेश दिए, साथ ही राज्य के उच्च पदस्थ स्वास्थ्य अधिकारियों को घटना स्थाल पर पहुंचने के आदेश दिया।
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Carrying dead body of 18 years old brother[/caption]
इंडियन एक्सप्रेस की खबर से मिली जानकारी के मुताबिक मरने वाला युवक लखीमपुर जिले के बालिजन का रहने वाला था। बालिजन गांव से अस्पताल तक़रीबन आठ किलोमीटर दुरी पर है। मृतक के भाई का कहा कि मंगलवार को अस्पताल में उसकी मौत हो गई थी। जिसके बाद अपने भाई के शव को साइकिल पर बंद कर ले गया। इस घटना के चलते मजुली के डिप्टी कमिश्नर पीजी झा ने बताया की युवक की मौत गारामुर सिविल अस्पताल में हुई है लेकिन उनके गांव बालिजान में जाने के लिए सड़क की व्यवस्था न होने के कारण मृतक के भाई को ऐसा करना पड़ा।
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Dead body on cycle[/caption]
बताया जा रहा है कि युवक को सांस लेने में तकलीफ होने के बाद सोमवार को अस्पताल में भर्ती कराया था, उसकी मौत का कारण भी यही बताई गई है। अस्पताल के सुपरिटेंडेंट माणिक का कहना है कि मरने वाले की हालत बेहद गंभीर थी, काफी प्रयास के बाद भी नहीं बचाया जा सका। डॉक्टर ने शव के लिए वाहन मुहैया करने के आदेश दिये थे, लेकिन मृतक के परिजन खुद ही शव को लेकर निकल गए।