आखिर साध्वी जमानत के बाद बोल उठी
27 Apr 2017
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ब्यूरो रिपोर्ट /in 24 न्यूज़, मंबई
मालेगाव ब्लास्ट मामले में जमानत मिलने के बाद जेल से बाहर आई साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने कांग्रेस और एटीएस पर आरोप लगाए है। साध्वी प्रज्ञा का कहना है कोंग्रस ने पूरी तरह उन्हें ख़त्म करने का षडयंत्र था। साथ ही में साध्वी का कहना है कि एटीएस उन्हें से प्रताडित किया है। एक खास बात यह है कि साध्वी ने मुंबई में शहीद हुए एटीएस चीफ हेमंत करकरे पर भी आरोप लगाया है।
दो दिन पहले मिली जमानत के बाद साध्वी ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि एटीएस ने उन्हें 10 अक्टूबर 2008 को गैर कानूनी तरीके से सूरत से मुंबई लेकर गई थी। उन्होंने यह भी कहा कि 13 दिन तक गैर कानूनी तरीके से बंधक बनाकर रखा गया। साध्वी ने मुंबई एटीएस पर यह आरोप भी लगाया है कि एटीएस कर्मिओं ने उन्हें मनसिक और शारीरिक तौर पर प्रताड़ित किया था जिसकी वजह से वह बेहोश हो गई और एटीएस ने उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया था और वे कई दिनों तक वेंटीलेटर पर थी।
साध्वी ने कहा कि वह शाररिक तौर पर तो टूट चुकी है लेकिन आत्मबल की वजह आज सबके सामने हो। साध्वी ने कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा कि ख़त्म करने का कोंग्रस ने पूरा प्रयास किया था। गिरफ़्तारी के बाद उन्हें सिर्फ पुरूषो ने इतना प्रताडित किया है कि शायद ही आजादी से पहले किसी महिला के साथ ऐसा हुआ हो। उन्होंने मुंबई हमले में शहीद हुए हेमंत करकरे समेत कई एटीएस अधिकारीयों पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाए है। साध्वी ने कहा कि वह उन लोगो को माफ कर रही है जिन लोगो ने गलती से कोई अपराध कर दिया था लेकिन वे अपराधियों को कानूनी तौर पर सजा दिलवा कर रहेगी।
उन्होंने भगवा आतंकवाद को लेकर कहा कि कांग्रेस ने भगवा आतंकवाद की पूरी कहानी फैलाई थी। मालेगांव ब्लास्ट में मोटर साइकिल की सच्चाई यह थी उन्होंने साइकिल चार वर्षी पहले बेच चुकी थी। साध्वी ने मीडिया से बात करते समय यह भी कहा कि अदालत ईश्वर नहीं है और अपने बारे उन्होंने कहा कि वह निर्दोष है, थी और रहेंगी।
साध्वी ठाकुर ने कहा कि वह सभी आरोपों से मुक्त है। उनको गिरफ्तर करना कांग्रेस की साजिश थी लेकिन 9 वर्ष अन्याय हुआ है। उनका कहना है "अब जो सरकार है वह षडयंत्र नहीं करेंगी" एनआईए के बारे में साध्वी का मानना है कि कोई भी एजेंसी सीधी नहीं होती वह तो बस अपना काम करती है।
आपको बता दे कि साध्वी के कुछ लोग थे जो मीडिया के सवाल को टाल रहे थे और कई सवालों के जवाब भी नहीं दिए गए है। मीडिया से बात करते हुआ साध्वी के समर्थकों ने नारेबाजी भी की।