पांच लाख की बाइक ने ली पांच मिनट में जान !

 16 Aug 2017  1594
ज्योति विश्वकर्मा / in24 न्यूज़
दिल्ली के कनॉट प्लेस में एक ऐसी दुर्घटना घटी जिसने सभी को झकझोर दिया।  मामला है सोमवार देर रात की है जब 24 वर्षीय हिमांशु बंसल अपनी बेनेली टीएनटी 600 आइ मोटर बाइक पर सवार होकर कनॉट प्लेस से पार्टी ख़त्म कर अपने घर जा रहा था।  इस दौरान हिमांशु और उसके दोस्तों के बीच रेस शुरू हुई लेकिन रेस भी इतनी खतरनाक कि आप सोच तक नहीं सकते। हिमांशु की बाइक लगभग 200 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ रही थी और वो लगातार बाइक की स्पीड बढ़ाता ही जा रहा था।
तेज गति से दौड़ रही हिमांशु के बाइक की रफ्तार पीछे से आ रहा हिमांशु का दोस्त लक्ष्य अपने हेलमेट में लगे कैमरे में कैद कर रहा था।  रात के करीब 9 बज रहे थे इस दौरान हिमांशु की बाइक मंडी हॉउस मेट्रो स्टेशन पहुंची ही थी कि अचानक वहां से सड़क पार कर रहे एक बुजुर्ग से हिमांशु के बाइक की हैंडल टकरा गयी जिससे हिमांशु का संतुलन पूरी तरह से बिगड़ गया जिसके बाद उसकी बाइक पास में ही स्थित लेडी इरविन कॉलेज की दीवार से जा टकराई और कई बार पलटती हुई वो हिमांशु को लगभग 50 मीटर तक सड़क घिसटती रही।
बुरी तरह से घायल हिमांशु के शरीर से खून बह रहा था जिसके बाद मौके पर मौजूद लोगों ने उसे एबुलेंस द्वारा आनन-फानन में जयप्रकाश अस्पताल पहुंचाया।  चूंकि दुर्घटना के बाद हिमांशु के शरीर से ज्यादा खून बह गया इसलिए अस्पताल में मौजूद डॉक्टर उसे नहीं बचा पाए।  मृतक हिमांशु बिहार का रहने वाला था उसके पिता की बर्तन बनाने की फैक्ट्री है जिसमे हिमांशु अपने पिता का हाथ बटाया करता था।  हिमांशु की मौत के बाद उसके घर में मातम पसरा हुआ है। पूरा परिवार सदमे में डूबा हुआ है।  हिमांशु को खुश करने के लिए उसके पिता ने उसे पांच लाख रुपये कीमती मोटर बाइक दिलवायी लेकिन उन्हें इस बात का जरा भी इल्म नहीं था कि पांच लाख रुपये में खरीदी गयी बाइक महज पांच मिनट में उनके बेटे को उनसे हमेशा हमेशा के लिए छीन लेगी।
 बहरहाल आज की युवा पीढ़ी में जिस प्रकार का जोश और जुनून होता है कभी-कभी वही चीज उनकी मौत का कारण बन जाती है ऐसे में आज के ख़ास कर युवा वर्ग को ये सोचना व समझना होगा कि जितना जरुरी उनका शौक उनके लिए है उससे कहीं ज्यादा जरुरी वे अपने परिवार के लिए हैं और हर माता-पिता अपने बच्चों की बेहतरी के लिए हमेशा सोचते हैं लेकिन बच्चा जब दोस्तों की संगत में आता है तो मानो वो घर से जुड़ी हर बात को भूल जाना चाहता है और ऐसे में वो कहावत चरितार्थ होती है जिसमे ये कहा गया है कि सावधानी हटी तो दुर्घटना घटी।