नहीं हुई बाबा राम रहीम को जेल तो ऐसे ही चलता रहेगा दुष्कर्म का खेल

 28 Aug 2017  1614

संजय मिश्रा / in24 न्यूज़

खत्म हुआ बाबागिरी का खेल, राम रहीम को 10 साल की जेल ! कहतें हैं पाप का घड़ा जब भर जाता है तो वो एक न एक दिन फूट ही जाता है उसी तरह अध्यात्म का चोला पहन कर रासलीला करने वाले डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत सिंह राम रहीम के काले साम्राज्य का भी लगभग अंत हो चुका है। दुष्कर्म के दोषी डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख गुरमीत राम रहीम को रोहतक की सुनरिया जेल में बनाई गई अस्थायी कोर्ट में जज ने 10 साल की सजा सुनाई है। जिस वक्त सजा सुनाई जा रही थी उस वक्त राम रहीम हाथ जोड़े आंखों में आंसू लिए माफी की मांग कर रहा था। अदालत ने यह सजा दुष्कर्म की धारा के तहत यह सजा सुनाई है। फैसले के चलते जेल के बाहर भारी सुरक्षा इंतजाम किए गए थे।

जब कोर्ट में सुनवाई जारी थी तभी सिरसा में स्थित फुल्का में कुछ गाड़ियों को आग लगा दी गई। इसकी जानकारी सीबीआई ने फैसला सुना रहे जज को भी दी। इससे पहले सीबीआई और बचाव पक्ष दोनों के ही वकीलों ने 10-10 मिनट में अपना पक्ष रखा। जहां सीबीआई ने माननीय न्यायाधीश से राम रहीम के खिलाफ ज्यादा से ज्यादा सजा की मांग की। सीबीआई के वकील ने कहा कि अब कोई संशय नहीं है कि साध्वियों का यौन शोषण किया गया है। डेरा प्रमुख ने साध्वियों की भावनाओं का दोहन किया है। उसे मिलने वाली सजा कम है। वहीं बचाव पक्ष के वकील ने कहा कि राम रहीम समाजसेवी है और उनके कामों को देखते हुए सजा कम की जाए।

वकील ने इस दौरान राम रहीम के विभिन्न कामों का भी जिक्र किया। यह पहली बार है जब हरियाणा के किसी जेल परिसर में अदालत लगाकर सजा सुनाई गई। फैसले के चलते पूरी जेल के आसपास भारी सुरक्षा के चाक चौबंद इंतजाम किए गए थे। वहीं रोहतक में भी चप्पे-चप्पे पर नजर रखी जा रही है। हरियाणा के साथ पंजाब भी हाई अलर्ट पर है। हरियाणा में सभी निजी और सरकारी स्कूल, कॉलेज और अन्य शिक्षण संस्थान सोमवार को बंद रहे। रोहतक, सिरसा में सेना सतर्क पंचकूला में हुई आगजनी से सबक लेते हुए रोहतक में पुलिस और सुरक्षा बलों को मौके पर ही तुरंत एक्शन लेने का आदेश दिया गया।

मोर्चा संभाले जवानों को संदिग्ध गतिविधि पर असामाजिक तत्वों को गोली मारने के निर्देश दिए गए। सुबह से ही पूरा रोहतक और सिरसा सेना की निगरानी में रहा। पूरे जेल परिसर की सुरक्षा कड़ी करते हुए रोहतक में अर्ध सैनिक बलों की 23 कंपनियां तैनात की गई। सेना स्टैंड बाई पर रही। शुक्रवार को फैसले के बाद भड़की हिंसा में मरने वालों की संख्या बढ़कर 38 हो गई। उपद्रव के दौरान संपत्ति के नुकसान की भरपाई डेरा सच्चा सौदा से करने को लेकर हाई कोर्ट के सख्त रुख के बाद पुलिस ने सभी 103 नामचर्चा घरों को सीज करते हुए इन्हें पूरी तरह खंगाल डाला। सोमवार को सिरसा स्थित डेरा मुख्यालय में सेना सर्च ऑपरेशन चला रही है।

मंगलवार को डेरों से मिले सामान और संपत्ति के ब्योरे के साथ बैंक खातों की पूरी डिटेल हाई कोर्ट को सौंपी जाएगी। बाबा राम रहीम के बैंक खाते भी सीज किए जा रहे हैं। राम रहीम सिंह की शाही सवारी (कार) में पुलिस को महिलाओं के अंडर गारमेंट्स और दवाइयां मिली हैं। पुलिस ने कुछ और भी आपत्तिजनक वस्तुएं बरामद की हैं, लेकिन उनकी जानकारी सार्वजनिक नहीं की गई है। बाबा राम रहीम ने गाड़ी में चलता फिरता दफ्तर भी खोल रखा था। राम रहीम के साथ चलने वाली लग्जरी गाड़ियों में फोटो स्टेट, प्रिंटर, स्कैनर समेत कई आधुनिक उपकरण भी मिले हैं। गाड़ियों में बड़ी मात्रा में राशन भी मिला है। राशन की मात्रा इतनी है कि अगर वह दो महीने भी टूर पर रहता तो उसे किसी प्रकार की दिक्कत नहीं होती।

2014 में केस की सुनवाई के दौरान राम रहीम ने अपराध प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) की धारा 313 के तहत अपने बयानों में डेरा प्रमुख ने अदालत में कहा था-"मैं निर्दोष हूं। मैंने कभी किसी से दुष्कर्म नहीं किया था। 1990 से मैं किसी के साथ शारीरिक संबंध बनाने के लिए चिकित्सकीय या शारीरिक रूप से फिट नहीं हूं, परंतु उसका यह तर्क किसी काम नहीं आया।" डेरा सच्चा सौदा समर्थकों ने मीडिया पर एक बार फिर हमला किया। रविवार को सिरसा आश्रम में जाने का प्रयास कर रहे एक न्यूज चैनल के कैमरामैन से मारपीट की गई। बाबा के समर्थक उसकी कार ले भागे व कैमरा तोड़ दिया। पुलिस ने लूटी गई कार बाद में बरामद कर ली। शुक्रवार को मीडियाकर्मियों पर हमले हुए थे।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हरियाणा हिंसा मामले का परोक्ष जिक्र करते हुए साफ कहा कि धर्म, आस्था, परंपरा या व्यक्ति के नाम पर हिंसा कतई बर्दाश्त नहीं होगी। कानून हाथ में लेने का किसी को हक नहीं है। ऐसा करने वालों को दंडित किया जाएगा। रविवार को रेडियो पर प्रसारित "मन की बात" कार्यक्रम में पीएम ने दो टूक कहा, सभी को कानून के समक्ष झुकना होगा। देश की जनता को विश्वास दिलाना चाहता हूं कि ऐसे लोगों या किसी समूह को न तो यह देश और न ही कोई सरकार बर्दाश्त करेगी। जवाबदेही तय कर उन्हें दंडित किया जाएगा।"

बहरहाल लोगों की आस्था से खेलने वाले, मिथ्या भाषण देने वाले और खुद को खुदा से भी बड़ा समझने वाले बलात्कारी बाबा की सच्चाई दुनिया के सामने आ चुकी है ऐसे में ऋषि मुनियों के भारत वर्ष की गरिमा कलंकित करने वाले गुरुमीत सिंह राम रहीम को सुनाई गयी सजा ने एक बार फिर ये साबित कर दिया कि व्यक्ति कोई भी हो वो कानून व्यवस्था से ऊपर नहीं हो सकता।