फरार सजायाफ्ता मुजरिम 22 साल बाद हुआ गिरफ्तार

 08 Mar 2022  344
संवाददाता/ in24 न्यूज़
कहते हैं गुनाहगार कितना ही शातिर क्यों न हो वो आपराधिक गतिविधियों को अंजाम देने के बाद कानून से बच नहीं सकता. कभी न कभी उसे परिणाम भुगतने के लिए जेल की सलाखों के पीछे जाना ही पड़ता है। मामला मुम्बई से सटे ठाणे के अंतर्गत आने वाले उल्हासनगर शहर का है, जहां उल्हासनगर क्राइम ब्रांच ने हत्या के मामले में 22 सालों से फरार चल रहे एक सजायाफ्ता मुजरिम को गिरफ्तार किया है। इस मुजरिम का नाम रमेश उर्फ दिनेश उत्तम तायड़े है, जिसने साल 1995 में गुजरात में अपनी पत्नी को जला कर उसे मौत के घाट उतार दिया था. इस मामले में पुलिस ने आरोपी रमेश को गिरफ्तार किया और उस पर मुकदमा भी चलाया। जिसके बाद कोर्ट ने उसे उम्र कैद की सजा सुनाई थी। लेकिन सजा के 4 साल बाद यानी साल 1999 में रमेश की पैरोल मंजूर हो गई और वह जेल से कुछ दिनों के लिए बाहर आ गया। लेकिन बाहर आने के बाद रमेश लौट कर जेल नहीं आया. काफी खोजबीन के बाद भी पुलिस उस तक नहीं पहुंच सकी।
 
 
लेकिन अब जाकर उल्हासनगर पुलिस की क्राइम ब्रांच को रमेश के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी मिली कि आरोपी रमेश इन दिनों उल्हासनगर इलाके के कैम्प क्रमांक चार के अंतर्गत आने वाले भरत नगर परिसर में रह रहा है। जिसके बाद पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुऐ उक्त परिसर में जाल बिछाया और 22 साल से फरार रमेश उर्फ दिनेश तायड़े को गिरफ्तार कर लिया।
 
 
बताया जा रहा है कि आरोपी ने दूसरी शादी कर ली है और उसके बच्चे भी हैं। इस मामले में क्राइम ब्रांच के सीनियर अधिकारी ने बताया कि आरोपी रमेश को गिरफ्तार कर लिया गया है, उसे जल्द ही आगे की जांच के लिए गुजरात पुलिस के हवाले कर दिया जाएगा।