एटीएम में कैश लोडर निकला लुटेरा पासवर्ड के जरिए 77 लाख की चोरी

 04 Apr 2022  495

संवाददाता/in24 न्यूज़ 

 मुंबई उपनगर के अंतर्गत आने वाले गोरेगांव पूर्व इलाके में एसबीआई बैंक के एटीएम सेंटर में न सिर्फ लूटपाट की गई, बल्कि सबूत मिटाने के लिए एटीएम सेंटर में आग लगा दी गई. इस मामले में पुलिस ने एटीएम सेंटर में कैश जमा करने वाले दो कैश लोडर को गिरफ्तार किया है,जो एटीएम सेंटर में कैश लोड करने के बहाने 77 लाख रुपए लूटकर फरार हो गए गौर करने वाली बात यह है कि सबूत मिटाने के लिए और पुलिस को गुमराह करने के लिए कथित आरोपियों ने एटीएम सेंटर में आग लगा दी. लेकिन वनराई पुलिस द्वारा की गई जांच के दौरान एटीएम सेंटर में जो अग्नि निरोधक बॉक्स लगाया गया था, उससे उनकी पोल खुल गई, जिसके बाद एटीएम में कैश लोडर का काम करने वाले दो आरोपियों को पुलिस ने धर दबोचा और उन्हें कोर्ट में पेश किया जहां से माननीय न्यायपालिका ने उन्हें 4 दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया है.10 फरवरी की सुबह 10:00 बजे के आसपास गोरेगांव पूर्व के आरपीएफ सेंटर से सटे स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के एटीएम सेंटर में अचानक आग लगने की सूचना पुलिस को मिली, जिसके बाद वनराई पुलिस की टीम और दमकल विभाग की टीम मौके पर पहुंची और किसी तरह आग को शांत किया लेकिन इसी दौरान पुलिस को यह पता चला कि यह आग एक साजिश का हिस्सा थी.आग बुझाने के बाद राइटर कंपनी ने पुलिस को बताया कि आग लगने से पहले एटीएम मशीन में उनके कर्मचारियों ने 77 लाख रुपए लोड किए थे.जिसके बाद वनराई पुलिस स्टेशन की क्राइम पी आई और उनके सहयोगी ने एटीएम मशीन एक्सपर्ट की मदद से एटीएम मशीन के अंदर लगे कैश बॉक्स को खुलवाया, जिसके बाद सारी सच्चाई सामने आ गई. पुलिस ने जिन दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है उनमें से एक का नाम रितिक यादव उम्र 19 साल और दूसरे का नाम प्रवीण पेंकलकर उम्र 35 साल के आसपास है. पुलिस के मुताबिक कथित दोनों आरोपियों ने कंपनी के मुख्य कार्यालय से एटीएम का पासवर्ड लेकर 1 सप्ताह पहले ही कंपनी से विश्वासघात कर 77 लाख रुपए एटीएम मशीन से निकाल लिए थे.पुलिस की गिरफ्तारी से बचने के लिए और गुनाह के सबूत मिटाने के लिए कथित आरोपियों ने योजनाबद्ध तरीके से उक्त एटीएम सेंटर में ही आग लगा दी.एटीएम एक्सपर्ट ने जब मशीन की जांच की, तो वह पूरी तरह से जली हुई थी.लेकिन कैश बॉक्स बंद था और जब मशीन खोली गई तो कैश बॉक्स में कैश नदारद था. खाली बॉक्स में न तो जले हुए नोट के टुकड़े मिले और न राख मिली, जबकि एटीएम सेंटर का जब डीवीआर निकाला गया तो उसमें कोई फुटेज उपलब्ध नहीं था, लेकिन मशीन में लगे अग्नि निरोधक यंत्र से यह खुलासा हो गया कि कैश लोडर ने एटीएम सेंटर में लूट की वारदात को अंजाम दिया है.फिलहाल आरोपी गिरफ्तार है मामले की जांच जारी है.