मोबाइल फोन से कातिल पत्नी बेनकाब
18 Oct 2022
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ब्यूरो रिपोर्ट/in24/लातूर
महाराष्ट्र के लातूर जिले में एक महिला ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर अपने ही पति को मौत के घाट उतार दिया, जिससे पूरे इलाके में सनसनी फ़ैल गयी. लेकिन दो दिन की कड़ी जद्दोजहद के बाद आखिरकार लातूर ग्रामीण पुलिस ने इस जघन्य हत्याकांड की गुत्थी को सुलझाते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर लिया. हत्याकांड की इस पहेली को सुलझाते में मोबाइल फोन की बेहद अहम भूमिका रही, जिसकी वजह से आरोपियों तक पहुंचने में पुलिस कामयाब हो पाई. दरअसल लातूर जिले के बावल गांव में दो दिन पहले पुलिस को एक व्यक्ति का शव फेंके जाने की जानकारी मिली थी. सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सरकारी अस्पताल भेज दिया और हत्या का मुकदमा दर्ज कर अपनी जांच शुरू की. इस दौरान पुलिस को मृतक व्यक्ति की जेब से एक मोबाइल फोन बरामद हुआ था, जो इस केस में सबसे अहम सुराग साबित हुआ. पुलिस ने जब फोन की जांच करवाई तो पता चला कि मृतक व्यक्ति का नाम अरविंद पिटले है, जो देवनी तहसील के बालाजी वाड़ी गांव का रहने वाला है. पुलिस ने शव की शिनाख्त के बाद बरामद किए गए मोबाइल फोन की कॉल डिटेल को खंगाला. जिससे पुलिस को यह जानकारी मिली कि आखरी कॉल दो लोगों का आया था, इनमें से एक का नाम था सुभाष शिंदे और दूसरी महिला थी जिसका नाम सुनीता पिटले था. इसके बाद पुलिस ने इंफॉर्मेशन नेटवर्क के आधार पर दोनों की जानकारी हासिल की और उन्हें हिरासत में लेकर उनसे पूछताछ की. जिसके बाद दोनों ही आरोपियों ने न सिर्फ अपना गुनाह कबूल किया, बल्कि हत्या की वजह को भी को बताया, जिसे सुनने के बाद पुलिस के भी रोंगटे खड़े हो गए. आपको बता दें कि आरोपी महिला अनिता मृतक की पत्नी थी, जबकि सुभाष उसका प्रेमी है, दोनों आरोपियों ने पुलिस को पूछताछ में बताया कि दोनों के बीच प्रेम संबंध थे, जिसकी जानकारी मृतक को हो गई. अपनी पत्नी के नाजायज संबंधों को जानने के बाद अरविंद ने इसका विरोध करना शुरू कर दिया और इसी को लेकर दोनों के बीच लगातार विवाद होने लगा. जिसके बाद आरोपी सुनीता ने अपने पति अरविंद को रास्ते से हटाने का फैसला किया और प्रेमी के साथ मिलकर उसकी हत्या की साजिश रची. वारदात वाले दिन आरोपी सुनीता ने फोन करके अपने पति अरविंद को साथ में खाना खाने के बहाने देवरी तहसील के बालाजी वाड़ी गांव के कैनल इलाके में स्थित एक होटल में बुलाया, जहां उसका प्रेमी सुभाष पहले से ही मौजूद था. इसके बाद अरविंद जैसे ही वहां पहुंचा, तो दोनों आरोपियों ने मिलकर उसकी गला रेतकर बड़ी निर्ममता से हत्या कर दी और अरविंद के शव को एक पत्थर में बांधकर पानी में फेंक दिया. कहते हैं अपराधी कितना भी शातिर क्यों ना हो कोई ना कोई सुराग अपने पीछे वो अवश्य छोड़ जाता है. यहां भी कुछ ऐसा ही देखने को मिला. दोनों आरोपियों ने बड़ी सफाई से हत्या की वारदात को अंजाम तो दिया, लेकिन मृतक का मोबाइल फोन उसके जेब में ही छोड़ दिया, जिसने इस केस में आरोपियों तक पुलिस को पहुंचाने में बड़ा रोल निभाया. फिलहाल लातूर ग्रामीण पुलिस ने हत्या की गुत्थी को सुलझाते हुए प्रेमी जोड़े के खिलाफ हत्या करने और सबूत मिटाने से संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया है. मामले की जांच जारी है.