हत्या या गैर इरादतन हत्या ? सोनू की मौत एक अनसुलझी गुत्थी
11 Nov 2022
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संजय मिश्रा/in24न्यूज़/भदोही
मुंबई के रहने वाले 30 वर्षीय मनीष पांडे उर्फ सोनू की उत्तर प्रदेश में हुई संदिग्ध मौत इस समय वाराणसी और भदोही जिले में चर्चा का केंद्र बन चुका है. दरअसल भरत मिलाप देखने के लिए सोनू मुंबई से वाराणसी जिले के बड़ागांव स्थित चंगवार अपने गाँव आया हुआ था, लेकिन किसी ने कल्पना भी नही की थी कि चार नवंबर की रात सोनू अचानक लापता हो जाएगा और दो दिन के बाद उसकी लाश संदिग्ध अवस्था में कुएं में मिलेगी. बताया जा रहा है कि भरत मिलाप के बाद चौरी में ही स्थित चक्रभुइघर गांव में सोनू ने अपने दोस्तों के साथ पार्टी की थी. लेकिन पार्टी के बाद सोनू अचानक लापता हो गया, जिसके बाद सोनू की गुमशुदगी की शिकायत उसके परिजनों ने 5 नवंबर को चौरी थाने में दर्ज कराई. इसी बीच औराई के पुलिस क्षेत्राधिकारी राम लखन मिश्रा ने बताया कि पुलिस और सोनू के परिजन सोनू की तलाश में जुटे थे, लेकिन सोनू का शव चक्रभुईधर गांव के एक कुएं से बरामद किया गया है. जिसके बाद ये खबर बिजली की तरह चारों तरफ फ़ैल गयी. औराई के पुलिस क्षेत्राधिकारी के मुताबिक पंचनामा के बाद मनीष पांडे उर्फ सोनू के शव को पोस्टमार्टम के लिए सरकारी अस्पताल भेज दिया गया, ताकि ये पता चल सके कि मनीष पांडे उर्फ़ सोनू के शरीर से प्राण कैसे निकले. इसी बीच मृतक के चाचा योगेश पांडे की शिकायत के बाद 4 लोगों को पुलिस ने हिरासत में लिया और उनसे पूछताछ शुरू की. बताया जा रहा है कि जिन चार आरोपियों को पुलिस ने गैर इरादतन हत्या के मामले में हिरासत में लिया, वे सभी लोग 4 नवंबर की रात भरत मिलाप के बाद कुएं के पास ही सोनू के साथ शराब और कबाब की पार्टी कर रहे थे. और ठीक इसके 2 दिन बाद रविवार की सुबह ग्रामीणों ने कुएं में अज्ञात युवक का शव देखा, जिसकी सूचना तत्काल पुलिस को दी गई. शव मिलने की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने कुएं से किसी तरह शव को बाहर निकलवाया, जिसके बाद कथित मृतक की शिनाख्त मनीष पांडे उर्फ सोनू के रूप में हुई. 30 वर्षीय सोनू की मौत की पुष्टि होते ही मुंबई के सांताक्रुज इलाके में रहने वाले पांडे परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा. इसी बीच उत्तर भारतीय विश्व महासंघ के अध्यक्ष और मृतक के चाचा योगेश पांडे ने हत्या का आरोप लगाते हुए कहा कि मनीष के पास 20 हजार रुपए नकद भी थे, जो अब तक बरामद नहीं हुए हैं. उत्तर भारतीय विश्व महासंघ के अध्यक्ष और मृतक के चाचा योगेश पांडे का बड़ा सवाल यह भी है कि जब सोनू के शव को कुएं से बाहर निकाला गया, तो उसके बदन पर कपड़े नहीं थे, लेकिन 5 दिनों बाद उसी कुएं से सोनू के शर्ट को कैसे बरामद किया गया. ऐसे में बड़ा प्रश्न यह भी है कि जब सोनू की डेड बॉडी कुएं से बाहर निकाली गई, तो उस दौरान वह शर्ट कुएं में क्यों नहीं मिला और तो और जिस परिस्थितियों में सोनू का शर्ट दो दिनों के बाद मिला है, वह भी संदेह के घेरे में है. कुएं से बरामद सोनू के शर्ट में कुछ बटन लगे हुए हैं, तो कुछ खुले थे. ऐसे में सोनू के बदन पर से इस शर्ट को किसने उतारा यह भी एक बड़ा सवाल है.
मृतक के रिश्तेदार आशुतोष तिवारी के मुताबिक़ सोनू का जो शर्ट कुएं से बरामद किया गया है, वो उल्टा शर्ट है और उसमे कुछ बटन लगे हुए हैं. इसे आखिर क्या समझा जाए. बहरहाल यूपी के रहने वाले और मुंबई में रोजगार करने वाले सोनू के उन दो साथियों को भी चौरी थाना पुलिस ने पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है, जिनसे पुलिस लगातार पूछताछ कर रही है. 30 वर्षीय मनीष पांडे उर्फ़ सोनू के जिन चार साथियों को पुलिस ने गैर इरादतन हत्या के आरोप में हिरासत में लिया है उनके नाम हैं कैफ लियाकत अली, रवि उर्फ बल्ली विश्वकर्मा, नूर मोहम्मद उर्फ़ बाबू और राजेश दुबे. हत्या और गैर इरादतन हत्या के बीच फंस चुकी है मनीष पांडे उर्फ़ सोनू के मौत की गुत्थी. मनीष पांडे की मौत के बाद उसके परिवार पर ग़मों की सुनामी आ गयी है. पत्नी को समझ में नहीं आ रहा कि मेरे पति के साथ आखिर हुआ क्या ? चाचा योगेश को पूरी तरह से यकीन है कि उनके भतीजे की हत्या की गयी है वो भी सुनियोजित तरीके से ! अब उत्तर प्रदेश की पुलिस अपने अंतिम निष्कर्ष पर पहुंचकर क्या खुलासा करती है, इस पर सभी की निगाहें टिकी हुई है.