मृत्यु प्रमाणपत्र और इंश्योरेंस का पैसा दिलाने के बहाने लाखों की ठगी

 15 Nov 2022  394

संवाददाता/ in24 न्यूज़।   

नवी मुंबई की वाशी पुलिस ने तीन ऐसे आरोपियों को गिरफ्तार किया है.जिन्होंने एक बुजुर्ग महिला से पति की मौत के बाद इंश्योरेंस दिलाने के बहाने 64 लाख रुपए की ठगी की वारदात को अंजाम दिया है.गिरफ्तार आरोपियों के नाम सैमुअल ,भास्कर लांडगे और निखिल थोर्वे है.सबसे हैरान करने वाली बात यह है कि इसमें जो मुख्य आरोपी है वह पुणे की येरवडा जेल में एक अन्य मामले में सजा काट रहा है.पुलिस के मुताबिक 50 वर्षीय विधवा पीड़ित महिला की पहचान सैमुअल से पहले थी जिसके कारण पति की मृत्यु के बाद पीड़ित महिला ने उस से मदद मांगी।आरोपी सैमुअल ने महिला को मदद का भरोसा देते हुए कहा कि इंश्योरेंस के पैसों को निकलवाने के लिए सबसे पहले आपको अपने पति का मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाना होगा.आरोपी ने पीड़ित महिला से कहा कि जिसके लिए आपको जरूरी दस्तावेज देने पड़ेंगे। पुलिस के मुताबिक पीड़ित महिला को मराठी भाषा का उतना ज्ञान नहीं था.जिसका फायदा उठाते हुए आरोपी ने मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाने और इंश्योरेंस के पैसे दिलवाने के बहाने सबसे पहले उनका आधार कार्ड और पैन कार्ड लिया। जिसके बाद दूसरे आरोपी भास्कर लांडगे के जुन्नार इलाके में पहुंचा और वहां उसने पीड़िता के नाम से सबसे पहले निवास प्रमाण पत्र बनवाया और उसके बाद मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाया और वहीं बैंक में काम करने वाले आरोपी निखिल थोर्वे की पहचान का फायदा उठाकर पॉल प्रवीण नाम से बैंक में जाकर एक फर्जी खाता खुलवाया। इसके बाद आरोपी  पीड़िता के पास उसके पति का मृत्यु प्रमाण पत्र लेकर पहुंचा और इंश्योरेंस के पैसे दिलवाने की बात कही. इसके बाद पीड़िता और आरोपी सैमुअल वाशी के आईसीआईसीआई बैंक के ब्रांच में पहुंचे। जहां आरोपी ने इंश्योरेंस के पैसे ट्रांसफर करवाने के लिए फॉर्म पर पीड़िता का अकाउंट नंबर ना डालकर जो फर्जी अकाउंट खुलवाया था उसका नंबर डाल दिया। जिसके बाद इंश्योरेंस के 64 लाख रुपए पीड़िता के खाते में न जाकर उस फर्जी खाते में चले गए. वहीं पीड़िता को जब अपने साथ हुई ठगी की जानकारी मिली तो तत्काल वाशी के आईसीआईसीआई बैंक  शिकायत की और ग्राहक कोर्ट में मुकदमा भी दायर किया। महिला की शिकायत के आधार पर आईसीआईसीआई बैंक के मैनेजर ने आरोपियों के खिलाफ वाशी पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज करवाया। वहीं जांच में जुटी पुलिस ने लंबे अंतराल और कड़ी जद्दोजहद के बाद कथित आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की. फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है.