वाराणसी का डॉक्टर गोवा में एनडीपीएस एक्ट के तहत गिरफ्तार

 25 Nov 2022  612

ब्यूरो रिपोर्ट/in 24न्यूज़/वाराणसी 

उतर प्रदेश के वाराणसी जनपद में रहने वाले डॉक्टर अभिषेक सिंह को गोवा में ड्रग्स का सेवन करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है.  साथ ही पुलिस ने उनकी महिला मित्र को भी पकड़ा है. बताया जाता है कि डॉक्टर अभिषेक विक्रम की महिला मित्र ड्रग्स की ओवरडोज लेने के कारण अस्पताल में भर्ती है. जांच में जुटी गोवा की कलिंगुट पुलिस डॉक्टर और उनकी महिला मित्र को ड्रग्स सप्लाई करने वाले पैडलर की तलाश कर रही है.  गोवा पुलिस के मुताबिक, वाराणसी के रहने वाले 40 वर्षीय हृदय रोग विशेषज्ञ डा. अभिषेक ने दिल्ली निवासी फैमिली फ्रेंड सारा खान और अन्य दोस्तों के साथ मुंबई से गोवा जाने का प्लान बनाया था. इस दौरान अन्य दोस्तों के ना आने पर वह शनिवार को अपनी महिला मित्र सारा के साथ गोवा चले गए. पुलिस के मुताबिक वह दोनों उत्तरी गोवा के पांच सितारा रिसार्ट में ठहरे थे. लेकिन वागतोर में एक पार्टी के दौरान दोनों ने ड्रग्स लिया था.  नशे की वजह से नाचने के दौरान सारा खान पार्टी में ही गिर गई. इसके बाद दोनों ने होटल वापस जाने का निर्णय लिया.. सुबह जब डॉ. अभिषेक सोकर उठे तो उन्होंने तो देखा कि सारा बाथरूम में बेहोश पड़ी है. डॉ. अभिषेक ने सारा का प्राथमिक उपचार किया लेकिन हालत में सुधार नहीं होने पर होटल कर्मियों की मदद से वह सारा खान को लेकर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र कंडोलीम पहुंचे. वहां पर प्रारंभिक इलाज के बाद सारा को पणजी के एक प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया गया. बताया जा रहा है कि महिला मित्र अभी वेंटिलेटर पर है. लेकिन डॉक्टर के मुताबिक उसकी सेहत में थोड़ा सुधार हो रहा है. जांच अधिकारियों के मुताबिक़ ड्रग पैडलर ने उन दोनों को ड्रग्स का टैबलेट दिया था. जिसे दोनों ने एक साथ लिया था. गोवा पुलिस ने डॉ. अभिषेक और सारा के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट समेत अन्य धाराओं में केस दर्ज कर लिया है. डॉ. अभिषेक के पिता पूर्व मंत्री वीरेंद्र सिंह का कहना है कि गोवा में मेडिकल उपकरण और दवा बनाने वाली कम्पनी ने कॉन्फ्रेंस और दावत रखी थी. इसमें हिस्सा लेने के लिए एम्स समेत कई हॉस्पिटल के डॉक्टर गए थे. उन्होंने कहा कि इस दौरान उनके अस्पताल के भी कई डॉक्टर भी गोवा गए थे. लड़की की तबियत खराब होने पर उनके बेटे ने उसे पहले उपचार देकर अस्पताल में भर्ती करवाया. साथ ही अस्पताल के मेमो में अपना नाम और पता लिखवाया. उन्होंने कहा कि इस मामले से उनके बेटे अभिषेक का कोई लेना-देना नहीं है. होश आने के बाद सच्चाई सामने आने पर सबकुछ साफ-साफ स्पष्ट हो गया. वीरेंद्र सिंह ने बताया कि उनके बेटे की गिरफ्तारी की बात मनगढ़ंत है. उन्होंने कहा कि उनके बेटे ने अपने पेशे के दायित्व को निभाया है. ऐसे में सबसे बड़ा सवाल यह भी उठता है कि गोवा में डॉक्टर अभिषेक को ड्राग्स लेने की आवश्यकता क्यों पड़ी. इस हाई प्रोफाइल मामले की चर्चा पूरे उतर प्रदेश और गोवा में हो रही है.