आर्थिक राजधानी में बढ़ रहा अपराध का ग्राफ
18 Jan 2023
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क्राइम डेस्क/in 24न्यूज़/मुंबई
देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में अपराध का ग्राफ लगातार बढ़ता ही जा रहा है. पिछले साल दो सालों के मुकाबले 2022 में आपराधिक मामलों में 9 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है, जबकि अपराध सुलझाए जाने में 14 फीसदी की गिरावट आई है. मुंबई पुलिस की ओर से एक अपराध रिपोर्ट जारी की है जिसके मुताबिक़, साइबर अपराध मामले सुलझाने में पुलिस को खराब प्रदर्शन रहा जिसके चलते मुंबई पुलिस की अपराध सुलझाने की सकल दर कम हुई है. रिपोर्ट में बताया गया है कि कोविड-19 महामारी के बाद मुंबई में साल 2021 के दौरान चोरी के 4,534 मामले थे लेकिन साल 2022 में चोरी के मामले तीन गुना बढ़कर 14,818 तक पहुंच गए. वहीं साल 2022 में चोरी, हमले, छेड़छाड़, डकैती और झपटमारी समेत सड़कों पर होने वाले अपराधों में करीब 100 फीसदी इज़फा हुआ है. मुंबई पुलिस की रिपोर्ट में सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि साल 2022 में रिपोर्ट किए गए कुल अपराधों में से मात्र 68 फीसदी अपराध ही सुलझाए जा सके हैं, जबकि 2021 में अपराध सुलझाने की दर 82 फीसदी थी. इस तरह अपराध सुलझाने की दर में 14 फीसदी अंकों की गिरावट आई है. इसी तरह मुंबई में बीते साल कुल अपराधों में नौ फीसदी वृद्धि हुई है. मुंबई पुलिस का कहना है कि यह वृद्धि इसलिए हुई क्योंकि अब चोरी, मारपीट, झपटमारी, डकैती और छेड़छाड़ जैसे अपराधों को तुरंत दर्ज किया जाता है. पिछले साल मुंबई शहर में डकैती, दुष्कर्म और जबरन वसूली जैसे गंभीर अपराधों में मामूली बढ़ोतरी हुई. वहीं हत्या, घर में तोड़-फोड़ और दंगों जैसे अपराधों में कमी आई है. महिलाओं और बच्चों के विरुद्ध अपराधों की संख्या साल 2021 में 5,497 से बढ़कर साल 2022 में 6,133 हो गई. इन 6,133 मामलों में यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण (POCSO) अधिनियम के तहत दर्ज 1,157 अपराध और नाबालिग लड़कों-लड़कियों के अपहरण के 1,155 मामले शामिल हैं. मुंबई में दुष्कर्म के मामलों की संख्या साल 2021 में 888 से बढ़कर साल 2022 में 984 हो गई. छेड़छाड़ के अपराध भी साल 2021 में 2,076 से बढ़कर बीत साल में 2,347 हो गए. इसके अलावा पिछले साल की तुलना करने पर दहेज से संबंधित मामले भी 785 से बढ़कर 868 तक पहुंच गए. कूल मिलाकर मुंबई पुलिस की सख्ती के बाबजूद आर्थिक राजधानी मुंबई में तथाकथित अपराधियों के बढ़ते हौंसले सरकार और प्रशासन के साथ साथ आम जनता के लिए एक बड़ी चुनौती बनती जा रही है जिस पर समय रहते नकेल कसना वक्त की जरुरत हे, अपराध का ग्राफ बदस्तूर बढ़ता ही रहेगा.