गैंग रेप के बाद जंगल में पीड़िता के साथ हैवानियत

 10 Mar 2023  1270
क्राइम डेस्क/in24न्यूज़/आगरा
 

       देश में लड़कियों और महिलाओं के साथ दुष्कर्म की वारदातों का सिलसिला लगातार जारी जबकि सरकार और प्रशासन की तरफ से महिला सुरक्षा के बड़े - बड़े दावे किए जाते हैं. इसी कड़ी में आगरा के सिकंदरा थाना क्षेत्र में एक किशोरी के साथ तथाकथित दरिंदों ने हैवानियत की सारी हदें पार कर दीं. पीड़ित किशोरी के भाई का कहना है कि सामूहिक दुष्कर्म करके उसे दरिंदों ने बुरी तरह से नोंचा. उसे जंगल में बुरी तरह से घसीटा गया, जिसकी वजह से उसकी पीठ और सिर में गंभीर चोटें आयी है. पीड़ित किशोरी के शरीर में कांटे धंस गए हैं. इतने पर भी जब कथित दरिंदों का मन नहीं भरा तो गला दबाकर उसकी हत्या की कोशिश की. इसके बाद किशोरी को मरा हुआ समझकर कथित दरिंदे उसे छोड़कर भाग गए. दर्द के मारे पीड़ित किशोरी रातभर जंगल में तड़पती रही. थोड़ा होश आने पर पीड़ित किशोरी किसी तरह जंगल से सड़क की ओर पहुंची. सुबह के समय जब पीड़ित किशोरी पर राहगीरों की नजर पड़ी तो इसकी तत्काल सूचना पुलिस को दी गयी. मौके पर पहुंची पुलिस की टीम ने उसे आनन फानन में अस्पताल पहुंचाया. पीड़ित परिवार के मुताबिक, उनकी बेटी गुरूवार की दोपहर अपनी मौसी के घर जाने के लिए घर से निकली थी. मौसी का घर गांव से महज 500 मीटर की दूरी पर है, लेकिन, मौसी के यहां वह नहीं पहुंची. पीड़ित किशोरी के परिजन यही समझते रहे कि वह होली खेल रही होगी. शाम के जब 6:00 बज गए तो घर वालों की चिंता बढ़ गई. काफी तलाशने पर भी वह नहीं मिली. वहीं शुक्रवार की सुबह एक राहगीर ने घर आकर सूचना दी कि उनकी बेटी जंगल में पड़ी है. जिसके बाद पीड़ित किशोरी के परिजन वहां पहुंच गए और घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस भी वहां आ गई. पुलिस ने तत्काल किशोरी को मेडिकल के लिए भेजा. मामले की जानकारी देते हुए थाना सिकंदरा के प्रभारी निरीक्षक आनंद कुमार शाही का कहा कि पीड़ित किशोरी के शरीर पर चोट के गंभीर निशान हैं, उसे बुरी तरह से मारा पीटा गया है. पीड़ित किशोरी के परिजन दुष्कर्म की आशंका जता रहे हैं. पुलिस का कहना है कि शिकायत के आधार पर एफआईआर दर्ज करके उचित कार्रवाई की जाएगी. फिलहाल किशोरी के बयान दर्ज किए जा रहे हैं, ताकि तथाकथित आरोपियों की पहचान की जा सके. वैसे आपको बता दें कि महिलाओं के प्रति गलत धारणा रखने वालो के खिलाफ देश में सख्त कानून बनाए गए हैं लेकिन ऐसा लगता है कि वासना की आग में अंधे हो चुके तथाकथित दरिंदों के जेहन में कानून का कोई खौफ नहीं रह गया जो कि समाज और देश के लिए चिंता का विषय बनता जा रहा है.