प्रेमी को पेड़ से बांधकर प्रेमिका के साथ सामूहिक बलात्कार

 26 Mar 2023  437

संजय मिश्रा/in24न्यूज़/पालघर

 

आर्थिक राजधानी मुंबई से सटे पालघर जिले से एक रोंगटे खड़े कर देने वाली घटना सामने आई है, जहां शाम के समय घूमने के लिए निकले एक प्रेमी युगल जोड़े को अज्ञात लोगों ने मिलकर पकड़ लिया. सबसे ज्यादा हैरान कर देने वाली बात यह है कि जब प्रेमी युगल उनका विरोध किया तो, उन्होंने पास के ही एक पेड़ से प्रेमी को बांध दिया और उसके सामने ही उसकी प्रेमिका के साथ दुष्कर्म किया. इस सनसनीखेज वारदात की खबर मिलते ही पूरे इलाके में हड़कंप मच गया मौके पर पहुंची पुलिस ने पीड़िता को मेडिकल चेकअप के लिए आनन-फानन में जिला अस्पताल पहुंचाया. पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की विभिन्न धाराओं के तहत आपराधिक मुकदमा दर्ज कर अपनी जांच शुरू कर दी है. पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक रूह कंपा देने वाली यह कथित घटना बुधवार शाम की है. घटना के समय प्रेमी जोड़ा घूमने के लिए पहाड़ी क्षेत्र की ओर निकला था, लेकिन रास्ते में कुछ लोगों ने उन्हें रोक लिया और प्रेमी को एक पेड़ से बांधकर प्रेमिका के साथ गैंग रेप किया. पुलिस के मुताबिक कथित आरोपियों में से दो ने प्रेमी के सामने ही उसकी प्रेमिका का रेप किया. पुलिस ने बताया कि आरोपियों को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उनको 27 मार्च तक के लिए पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया है. पुलिस के अनुसार, पीड़िता अपने प्रेमी के साथ एक पहाड़ी पर टहलने गई थी. यहां आरोपियों और पीड़िता के प्रेमी के बीच पहले तो जमकर बहस हुई, फिर हाथापाई हो गई. इसके बाद आरोपियों ने प्रेमी को बीयर की खाली बोतल से मारा और उसे एक पेड़ से बांधकर उसकी प्रेमिका को सुनसान जगह पर खींचकर ले गए. दोनों आरोपियों ने बारी बारी से लड़की के साथ रेप किया. आरोप है कि उन्होंने पीड़िता का पर्स भी जला दिया. वहां से किसी तरह छुटकर पीड़िता ने घटना की जानकारी पुलिस को दी. घटनास्थल पर पहुंची पुलिस के पेड़ से बंधे प्रेमी को छुड़ाया. फिलहाल पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. लेकिन इस सनसनीखेज वारदात के बाद पूरे पालघर जिले में दहशत का माहौल है चारों तरफ एक ही चर्चा हो रही है कि आखिर वहशी दरिंदों से महिलाएं कब सुरक्षित हो पाएंगी ? उससे भी बड़ा यह सवाल यह है कि कड़े कानून बनाने के बावजूद भी तथाकथित नराधमियों के जेहन में पुलिस का खौफ क्यों नहीं रह गया ?