ब्लैकमेलिंग, हनी ट्रैप और रुपयों की बंदरबांट बनी सना खान के हत्या की वजह !

 23 Aug 2023  725
शुभम मिश्रा/in24न्यूज
 
नागपुर पुलिस और जबलपुर पुलिस की लगातार कार्रवाई के बावजूद भी भाजपा की नेता सना खान के हत्या की गुत्थी सुलझने का नाम नहीं ले रही है. पुलिस ने अब तक इस हत्याकांड को अंजाम देने वाले मुख्य आरोपी और सना खान के पति अमित साहू के साथ पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है. बीते दिन नागपुर पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए दो और आरोपियों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार आरोपियों के नाम रमेश सिंह और धर्मेंद्र यादव है. पुलिस के मुताबिक कथित आरोपियों ने सना खान के शव को ठिकाने लगाने के लिए आरोपी अमित साहू की मदद की थी. इसके अलावा नागपुर पुलिस ने इस मामले में पूछताछ के लिए मध्य प्रदेश कांग्रेस के विधायक संजय शर्मा को समन जारी कर हाजिर रहने के लिए कहा है. जबलपुर से लेकर रायपुर और संबलपुर से लेकर हीरापुर तक बहनेवाली हिरन नदी में बीजेपी नेता सना खान की लाश को तलाश किया जा रहा है. पुलिस और एसडीआरएफ की अलग-अलग टीमें कहीं पानी में गोते लगा रही हैं, तो कहीं जंगलों और झाड़ियों की खाक छान रही हैं. लेकिन सना की लाश नहीं मिल रही है. सना का कत्ल हुए करीब 21 दिनों का वक्त गुजर चुका है और इस सिलसिले में रिपोर्ट लिखवाए हुए करीब 19 दिन गुजर चुके हैं. इस मामले में मुख्य आरोपी अमित साहू उर्फ पप्पू साहू को गिरफ्तार किए करीब 11 दिनों का वक्त हो चुका है, लेकिन मुल्जिम की गिरफ्तारी और उसकी निशानदेही के बावजूद भी सना खान की लाश का कोई पता नहीं चला है. पुलिस के एक्शन और तलाश के बीच सना खान के क़त्ल को लेकर एक और चौंकाने वाले खुलासा हुआ है. बताया जा रहा है कि सना खान का इस्तेमाल कर उसका पति अमित हनी ट्रैप का कारोबार चला रहा था. हनी ट्रैप के पैसों के बंदरबांट को लेकर ही सन की हत्या की गई है. असल में नागपुर में सना खान की मां मेहरुन्निसा ने इस सिलसिले में पुलिस को एक नई शिकायत दी है, जिसमें उन्होंने बताया है कि किस तरह जबलपुर का रहनेवाला कारोबारी अमित साहू उनकी बेटी को हनी ट्रैप के खेल में चारे की तरह इस्तेमाल कर रहा था. पुलिस का कहना है कि जब उसने इस पहलू की जांच की, तो उसे हनी ट्रैप के इस रैकेट को लेकर कई चौंकाने वाली जानकारी हाथ लगी है. पुलिस को पता चला कि साहू के इशारे पर सना नागपुर, जबलपुर और सिवनी समेत आस-पास के इलाके में बड़े और प्रभावशाली लोगों के पास जाया करती थी. जहां इन अमीर और प्रभावशाली लोगों से रिश्ते बनाने के दौरान सना और साहू उन अंतरंग पलों की तस्वीरें चुपके से अपने मोबाइल फोन और दूसरे डिवाइस में कैद कर लिया करते थे. जिसके बाद इन लोगों को ऐसी तस्वीरों और वीडियोज के सहारे ब्लैकमेल किया जाता था. पुलिस की मानें तो शुरुआती पूछताछ में अमित साहू ने हनी ट्रैप रैकेट चलाने और इसमें सना खान का इस्तेमाल एक मोहरे की तरह करने की बात कबूल कर ली है. लेकिन अब तक ना तो पुलिस सना खान के मोबाइल फोन बरामद कर पाई है और ना ही उसे अमित साहू ने ही अपने फोन सौंपे हैं. ऐसे में पुलिस को अब भी हनी ट्रैप रैकेट और उसके चलते हुए मर्डर की इस वारदात से जुड़े कई सबूतों का इंतजार है. पुलिस की मानें तो साहू सना खान के मोबाइल फोन उसकी लाश के साथ नदी में फेंकने की बात कह रहा है, जबकि अपने मोबाइल फोन को लेकर भी झूठ बोल रहा है. लेकिन उसे यकीन है कि वो जल्द ही ये फोन बरामद कर लेगी और इसी के साथ उसे हनी ट्रैप रैकेट से जुडे कई सबूत भी मिल जाएंगे. पुलिस को इस सिलसिले में कुछ वीडियो, फोटो और चैट हाथ लगने की उम्मीद है, जिससे ये पता चल सकेगा कि इस रैकेट ने हाल के दिनों में किन-किन लोगों को अपने जाल में फंसाया था और रैकेट में अमित साहू, सना खान और गिरफ्तार उसके बाकी साथियों की क्या भूमिका थी?. पुलिस ने फिलहाल अमित साहू और उसके साथियों के खिलाफ कत्ल का मुकदमा तो दर्ज किया ही है, सना खान की मां मेहरुन्निसा की शिकायत के बाद साहू और उसके साथियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 384, 386 और 389 के तहत जबरन वसूली, 354 (डी) यानी महिला का पीछा करना, 120 (बी) आपराधिक साजिश रचना और 34 यानी किसी जुर्म के लिए एक राय बना कर गुनाह करने के तहत आपराधिक मामला दर्ज किया है.