आज़ाद भारत के पहले सुपरस्टार स्पोर्ट्समैन मिल्खा सिंह का निधन

 19 Jun 2021  716

संवाददाता/in24 न्यूज़.
दुनिया भर में भारत का नाम रोशन करनेवाले धावक मिल्खा सिंह की 91 साल की उम्र मरीन कोरोना महामारी की वजह से निधन हो गया। बता दें कि आजाद भारत के पहले सुपरस्टार स्पोर्ट्समैन बनने का गौरव मिल्खा सिंह को प्राप्त हुआ था। इस महान खिलाडी ने चंडीगढ़ के एक अस्पताल में अंतिम सांस ली, जहां उनका कोविड-19 की जटिलताओं के कारण इलाज चल रहा था। पांच दिन पहले मिल्खा की पत्नी, भारत की पूर्व वॉलीबॉल कप्तान, निर्मल कौर भी कोरोना वायरस से अपनी लड़ाई हार गई थीं। मिल्खा के परिवार में 14 बार के अंतरराष्ट्रीय विजेता और गोल्फर बेटे जीव मिल्खा सिंह, बेटियां मोना सिंह, सोनिया सिंह और अलीजा ग्रोवर हैं। मिल्खा सिंह के निधन पर पीएम मोदी ने ट्वीट किया कि मिल्खा सिंह जी के निधन से हमने एक महान खिलाड़ी खो दिया, जिसने देश की कल्पना पर कब्जा कर लिया और अनगिनत भारतीयों के दिलों में एक विशेष स्थान बना लिया. उनके प्रेरक व्यक्तित्व ने उन्हें लाखों लोगों का प्रिय बना दिया. उनके निधन से आहत हूं। पीएम मोदी ने लिखा कि अभी कुछ दिन पहले ही मेरी मिल्खा सिंह जी से बात हुई थी। मुझे नहीं पता था कि यह हमारी आखिरी बातचीत होगी। कई ऐथलीट उनकी जीवन यात्रा से ताकत हासिल करेंगे। उनके परिवार और दुनिया भर में कई प्रशंसकों के प्रति मेरी संवेदनाएं। मिल्खा ने भारत के लिए एशियाई खेलों में चार स्वर्ण पदक जीते जबकि मिल्खा की एक ऐतिहासिक जीत कार्डिफ में तत्कालीन ब्रिटिश साम्राज्य और राष्ट्रमंडल खेलों में उनका ऐतिहासिक 400 मीटर स्वर्ण था। सेना में भर्ती के दो असफल प्रयासों के बाद मिल्खा ईएमई सिकंदराबाद में शामिल हो गए। उनके पहले कोच हवलदार गुरदेव सिंह थे। राष्ट्रमंडल खेलों में 70,000 से अधिक प्रशंसकों के सामने कार्डिफ़ आर्म्स पार्क में सबसे बाहरी लेन में दौड़ते हुए मिल्खा ने तत्कालीन विश्व रिकॉर्ड धारक, दक्षिण अफ्रीका के मैल्कॉम स्पेंस को पीछे छोड़ते हुए इतिहास रच दिया था। इस रिकॉर्ड के लिए उन्होंने 46.6 सेकंड का समय लिया। मिल्खा को महारानी एलिजाबेथ उनका पदक दिया। इस जीत के बाद उन्होंने बीबीसी से कहा कि उन्होंने अपनी मातृभूमि के प्रति अपना कर्तव्य पूरा कर लिया है। भारत के विभाजन के बाद मिल्खा सिंह ने अपने माता-पिता को खो दिया। वह शरणार्थी बन के ट्रेन द्वारा पाकिस्तान से भारत आए। फिल्म निर्माता, निर्देशक और लेखक राकेश ओमप्रकाश मेहरा ने वर्ष 2013 में इनपर 'भाग मिल्खा भाग' नामक फिल्म बनाई। ये फिल्म बहुत चर्चित रही। फ्लाईंग सिख के उपनाम से चर्चित मिलखा सिंह देश में होने वाले विविध तरह के खेल आयोजनों में शिरकत करते हैं। हैदराबाद में 30 नवंबर 2014 को हुए 10 किलोमीटर के जियो मैराथन-2014 को उन्होंने झंड़ा दिखाकर रवाना किया। बता दें कि पूरे देश में मिल्खा सिंह के निधन की खबर से शोक का माहौल है।