सचिन बने 21वीं सदी के सबसे महान बल्लेबाज
20 Jun 2021
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संवाददाता/in24 न्यूज़.
मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर भले ही क्रिकेट से रिटायर हो चुके हों, पर उनकी लोकप्रियता अब भी बरकरार है। यही वजह है कि क्रिकेट लीजेंड सचिन तेंदुलकर 21वीं सदी के सबसे महान बल्लेबाज चुने गए हैं। सचिन को श्रीलंका के महान बल्लेबाज कुमार संगकारा से इस मामले में कड़ी टक्कर मिली। दोनों खिलाड़ियों के बराबर अंक रहे, लेकिन ज्यादा जूरी सदस्यों की लिस्ट में आने के कारण सचिन विजेता बन गए। आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के भारत और न्यूज़ीलैंड के बीच एजिस बॉल में खेले जा रहे फ़ाइनल में दूसरे दिन शनिवार को चायकाल के दौरान यह घोषणा की गई। भारत के प्रमुख खेल प्रसारक स्टार स्पोर्ट्स ने आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) फाइनल से पहले टेस्ट क्रिकेट में ऐतिहासिक पलों का जश्न मनाने के लिए टेस्ट क्रिकेट में 21वीं सदी के अब तक के सबसे महान खिलाड़ी को चुनने की एक अनूठी पहल की थी। इस पहल के पीछे स्टार स्पोर्ट्स का उद्देश्य दिग्गज क्रिकेटरों से लेकर दुनिया भर के वरिष्ठ खेल पत्रकारों, प्रसारकों, सांख्यिकीविदों, विश्लेषकों, एंकरों और पूरे क्रिकेट समुदाय को एक साथ लाना था। स्टार स्पोर्ट्स की ओर से चार श्रेणियों बल्लेबाज, गेंदबाज, ऑलराउंडर और कप्तान में से एक महान खिलाड़ी को चुना जाएगा। इसके लिए बल्लेबाज कैटेगरी में सचिन तेंदुलकर, स्टीवन स्मिथ, कुमार संगकारा, जैक कैलिस, गेंदबाज श्रेणी में मुथैया मुरलीधरन, शेन वॉर्न, डेल स्टेन, ग्लेन मैक्ग्रा, ऑलराउंडर श्रेणी में जैक कैलिस, बेन स्टोक्स, एंड्रयू फ्लिंटॉफ, रविचंद्रन अश्विन और कप्तान श्रेणी में स्टीव वॉ, ग्रीम स्मिथ, रिकी पोंटिंग और विराट कोहली को नॉमिनेट किया गया है। इन नॉमिनेट खिलाड़ियों में से महान खिलाड़ियों को चुनने के लिए स्टार स्पोर्ट्स ने 50 सदस्यीय जूरी का गठन किया है, जिसमें दिग्गज क्रिकेटर सुनील गावस्कर, इयान बिशप, हरभजन सिंह, शेन वॉटसन, स्कॉट स्टायरिस, गौतम गंभीर और प्रसिद्ध खेल पत्रकार और कोच शामिल थे। महान खिलाड़ी को चुनने की प्रक्रिया की बात करें तो इसमें पूरी पारदर्शिता सुनिश्चित की गई। चारों श्रेणियों में केवल एक जनवरी 2000 से या उसके बाद के आंकड़ों के हिसाब से ही खिलाड़ियों को नॉमिनेट किया गया। सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज श्रेणी के मानदंड के मुताबिक खिलाड़ी के 10 हजार से ज्यादा रन , 50 से ज्यादा की औसत और 25 से ज्यादा शतक होने चाहिए, गेंदबाज श्रेणी के मानदंड में गेंदबाज की घरेलू मैदानों और विदेशी जमीन पर औसत 30 से कम और उसके नाम 15 बार पांच विकेट होने चाहिए, ऑलराउंडर के 2500 से ज्यादा रन, 150 से ज्यादा विकेट और बल्लेबाजी और गेंदबाजी औसत में सकारात्मक अंतर होना चाहिए, जबकि कप्तान के लिए घरेलू और विदेशी मैदानों पर कम से कम 10 जीत और मैच जीत या ड्रॉ प्रतिशत 70 से अधिक होना चाहिए था। बहरहाल बता दें कि सचिन को क्रिकेट का भगवान् तक का खिताब मिल चुका है।