वर्ल्ड रैंकिंग में नंबर एक से अब भी दूर हैं नीरज चोपड़ा
13 Aug 2021
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संवाददाता/in24 न्यूज़।
दुनिया भर में भारत का नाम रौशन करनेवाले नीरज चोपड़ा जेवलिन थ्रो मुकाबले में वर्ल्ड रैंकिंग में नंबर एक से अब भी दूर हैं. यह भी ऐतिहासिक है कि टोक्यो ओलंपिक के जेवलिन थ्रो मुकाबले में भारत के नीरज चोपड़ा ने गोल्ड मेडल जीतकर इतिहास रच दिया है. नीरज चोपड़ा 125 साल के ओलंपिक इतिहास में भारत के ऐसे पहले खिलाड़ी बने, जिन्होंने ट्रैक एंड फील्ड में देश को गोल्ड मेडल जिताया. हालांकि टोक्यो ओलंपिक में गोल्ड जीतने के बाद भी नीरज चोपड़ा वर्ल्ड रैंकिंग में नंबर एक पर नहीं पहुंच पाए हैं. नीरज चोपड़ा अब विश्व एथलेटिक्स रैंकिंग में 16वें स्थान से 14 स्थान की बढ़त बनाकर दूसरे स्थान पर पहुंच गए हैं. उन्हें 14 रैकिंग का यह फायदा टोक्यो ओलंपिक में 87.58 मीटर के थ्रो फेंकने की वजह से मिला है. वहीं जर्मनी के जोहान्स वेटर 1396 अंकों के साथ अभी भी पहले स्थान पर बने हुए हैं और रैंकिंग में नीरज चोपड़ा उन्हें नहीं पछाड़ पाए हैं. बता दें कि जोहान्स वेटर टोक्यो ओलंपिक में बुरी तरह से नाकाम हुए थे. वह फाइनल में नौवें स्थान पर रहे थे तथा उन्हें मेडल की रेस से बाहर होना पड़ा था. नीरज चोपड़ा के पास अब 1385 प्वाइंट्स हैं. उनके पास जल्द ही नंबर वन बनने का मौका है. तीसरे नंबर पर पोलैंड के मार्सिन क्रुकोवस्की हैं, जिनके पास 1302 अंक हैं. जबकि टोक्यो ओलंपकि में रजत पदक जीतने वाले चेक गणराज्य के खिलाड़ी जैकब वाडलेज के 1298 अंक हैं और वह वर्ल्ड रैंकिंग में चौथे स्थान पर हैं. जर्मनी के ही जूलियन वेबर 1291 अंकों के साथ वर्ल्ड रैंकिंग में पांचवें नंबर पर हैं. टोक्यो ओलंपिक में गोल्ड जीतने वाले नीरज चोपड़ा की नजर अब पेरिस ओलंपिक में गोल्ड जीतने पर हैं. नीरज चोपड़ा पहले ही कह चुके हैं कि उनका अगला टारगेट 90 मीटर से ज्यादा भाला फेंकने का है. बता दें कि नीरज चोपड़ा ने टोक्यो ओलंपिक में जेवलिन थ्रो के फाइनल में 87.58 मीटर का भाला फेंककर गोल्ड मेडल अपने नाम किया था. अपने पहले थ्रो में उन्होंने 87.03 मीटर दूर भाला फेंका था लेकिन दूसरे थ्रो में 87.58 मीटर का भाला फेंककर उन्होंने सबको हैरान कर दिया था. फाइनल में नीरज की सबसे बड़ी चुनौती जर्मनी के जोहान्स वेटर ही थे. हालांकि वह इस मुकाबले में नीरज के पास भी नहीं पहुंच सके थे. बहरहाल, अब नीरज के सामने बड़ा लक्ष्य यही होगा कि वि किस तरह शीर्ष पर पहुंच सकते हैं.