बॉक्सिंग में 4 भारतीय सेमीफाइनल में पहुंचे

 25 Aug 2021  678

संवाददाता/in24 न्यूज़।
आज के दौर में भारतीय खिलाड़ियों ने अपने प्रदर्शन से पूरे विश्व का ध्यान अपनी तरफ आकर्षित किया है। उसी कड़ी में अब विश्वनाथ सुरेश और तीन अन्य भारतीय पुरुष मुक्केबाजों ने शानदार प्रदर्शन करते हुए दुबई में जारी एएसबीसी एशियाई युवा और जूनियर मुक्केबाजी चैंपियनशिप के चौथे दिन सेमीफाइनल में प्रवेश किया। सुरेश के अलावा वंशज (64 किग्रा), दक्ष सिंह (67 किग्रा) और जयदीप रावत (71 किग्रा) वो अन्य तीन मुक्केबाज थे जिन्होंने अंतिम-4 चरण में प्रवेश किया और देश के लिए कम से कम कांस्य पदक पक्का किया। विश्वनाथ ने भारत को दिन के लिए एक सही शुरुआत दी। उन्होंने पुरुषों के 48 किग्रा भार वर्ग के क्वार्टर फाइनल मुकाबले में झोलबोरोसोव अमानतुर को मात दी और एकतरफा अंदाज में 5-0 से जीत हासिल की। किर्गिज़ मुक्केबाज झोलबोरोसोव के पास विश्वनाथ के मुक्कों का कोई जवाब नहीं था। भारतीय खिलाड़ी सामरिक प्रतिभा और शानदार ऊर्जा दिखाते हुए पूरे मैच में अपने प्रतिद्वंद्वी पर हावी रहे। वंशज ने भी ताजिकिस्तान के मखकामोव डोवुड के खिलाफ एकतरफा अंदाज में 5-0 से जीत हासिल की जबकि जयदीप को स्थानीय मुक्केबाज आइसा मोहम्मद अलकुर्दी के खिलाफ दूसरे दौर में रेफरी स्टॉपिंग द कॉन्टेस्ट (आरएससी) के साथ विजेता घोषित किया गया। दूसरी ओर, दक्ष को हालांकि अपनी विभाजित 4-1 से जीत के दौरान किर्गिस्तान के तुर्दुबाएव एल्डर के खिलाफ कड़ा संघर्ष करना पड़ा। इस बीच, विक्टर शेखोम सिंह (54 किग्रा), विजय सिंह (57 किग्रा) और रबीचंद्र सिंह (60 किग्रा) को निराशा हाथ लगी। इन सबको अपने-अपने क्वार्टर फाइनल में हार का सामना करना पड़ा।पहले से ही खुद को और देश के लिए पदक हासिल करने के बाद, चार लड़कियों सहित सात भारतीय जूनियर मुक्केबाज फाइनल में जगह बनाने का लक्ष्य रखेंगे । ये सब इस प्रतिष्ठित महाद्वीपीय प्रतियोगिता के पांचवें दिन सेमीफाइनल में लड़ेंगे, जिसमें दोनों आयु वर्ग- जूनियर और यूथ- पहली बार एक साथ खेले जा रहे हैं। लड़कों के वर्ग में रोहित चमोली (48 किग्रा), अंकुश (66 किग्रा) और भारत जून (+81 किग्रा) एक्शन में नजर आएंगे जबकि मुस्कान (46 किग्रा), देविका घोरपड़े (50 किग्रा), आरज़ू (54 किग्रा) और सुप्रिया रावत (66 किग्रा) बालिका वर्ग में रिंग में उतरेंगी। महामारी के कारण रोके जाने के कारण लगभग दो वर्षों के अंतराल के बाद, एशियाई स्तर पर होनहार युवा प्रतिभाओं के लिए चल रही एशियाई चैंपियनशिप बहुत आवश्यक प्रतिस्पर्धी टूर्नामेंट है। भारत के मुक्केबाजों ने पहले ही देश के लिए 25 से अधिक पदक जीतने का दावा पेश किया है।यह टूर्नामेंट कजाकिस्तान, उज्बेकिस्तान और किर्गिस्तान जैसे मजबूत मुक्केबाजी देशों के मुक्केबाजों की उपस्थिति में जोरदार प्रतिस्पर्धा का गवाह रहा है। बता दें कि ओलंपिक में अनेक मेडल जीतने के बाद भारतीय खिलाड़ियों के हौसले में बेहद बढ़ोत्तरी देखने को मिल रही है।