हटाए गए जेवलिन स्‍टार नीरज चोपड़ा के कोच

 14 Sep 2021  719

संवाददाता/in24 न्यूज़.  
ओलंपिक में भारत का नाम रौशन करनेवाले नीरज चोपड़ा जैसे जेवलिन स्‍टार को कोचिंग देने के लिए 2017 में नियुक्‍त किए गए जर्मनी के महान खिलाड़ी उवे हान को भारतीय कोच के पद से हटा दिया गया है। भारतीय एथलेटिक्स महासंघ (एएफआई) ने उनको हटाए जाने का ऐलान किया। महासंघ का कहना है कि वो उवे के प्रदर्शन से खुश नहीं थे और जल्द ही 2 नए विदेशी कोचों की नियुक्ति की जाएगी। 59 साल के उवे एक मात्र ऐसे खिलाड़ी थे, जो 100 मीटर से अधिक तक भाला फेंक सकते हैं। नीरज चोपड़ा ने जब 2018 में जब एशियन और कॉमनवेल्‍थ गेम्‍स में गोल्‍ड जीता था तो उवे ही उनके कोच थे और फिर टोक्‍यो ओलंपिक के लिए नेशनल जेवलिन कोच बने।  2 दिवसीय कार्यकारिणी परिषद की बैठक में कोच और खिलाड़ियों के प्रदर्शन का रिव्‍यू करने के बाद एएफआई अध्यक्ष आदिल सुमरिवाला ने कहा कि उवे को हटाया जा रहा है। हालांकि, टोक्‍यो ओलंपिक में नीरज को कोचिंग देने वाले जर्मनी के ही बायोमैकेनिकल एक्‍सपर्ट क्लॉस बार्टोनीज अपने पद पर बरकरार रहेंगे। सुमरिवाला ने कहा कि हम दो नए कोच की नियुक्ति करने जा रहे हैं। हम उवे हॉन को बदल रहे हैं क्योंकि हम उनके प्रदर्शन से खुश नहीं हैं। वहीं  भारतीय एथलेटिक्स महासंघ  प्‍लानिंग कमिशन चीफ ललित के भानोट ने कहा कि नीरज चोपड़ा, शिवपाल सिंह और अन्‍नु रानी जैसे जेवलिन थ्रोअर उवे के साथ ट्रेनिंग नहीं करना चाहते थे। उन्‍होंने कहा कि क्‍लॉस एक्‍सपर्ट के रूप में कोच बने रहेंगे। अच्‍छा कोच मिलना आसान नहीं है, लेकिन हम कम से कम एक अच्‍छे कोच के लिए पूरी कोशिश कर रहे हैं। सुमरिवाला ने कहा कि हम गोला फेंक के एथलीट ताजिंदरपाल सिंह तूर के लिए भी विदेशी कोच देख रहे हैं। टोक्‍यो ओलंपिक से पहले नीरज ने क्‍लॉस के साथ ट्रेनिंग की थी, मगर उन्‍होंने दो बड़े मेडल के लिए उवे की कोचिंग की क्रेडिट दिया था। ओलंपिक गोल्‍ड जीतने के बाद नीरज ने कहा था कि मैंने कोच उवे के साथ जो समय बिताया है, मेरा मानना है कि वह अच्‍छे थे और मैं उनका सम्‍मान करता हूं। 2018 में मैंने कॉमनवेल्‍थ और एशियन गेम्‍स में गोल्‍ड जीता। मुझे लगता है कि उवे की ट्रेनिंग स्‍टाइल और तकनीक थोड़ा अलग थी। बाद में, जब मैंने क्‍लॉस के साथ ट्रेनिंग की तो मुझे लगा कि उनकी ट्रेनिंग योजना मेरे अनुकूल है। बहरहाल इस बदलाव से तय होगा कि सही कोच का चयन कितना महत्वपूर्ण होता है।