शाकिब परआईसीसी ने लगाया दो साल का बैन

 30 Oct 2019  1038

संवाददाता/in24 न्यूज़.
क्रिकेट की दुनिया में अनुशासन बेहद मायने रखता है. जब कोई इस अनुशासन को तोड़ता है, तब वह चाहे कितना भी बड़ा खिलाड़ी हो, उसे नहीं बख्शा जाता। अब ऐसा हुआ है बांग्लादेश के खिलाडी और कप्तान शाकिब अल हसन के साथ कि उन्हें दो साल के लिए आईसीसी ने बैन कर दिया है. गौरतलब है कि बांग्लादेश के कप्तान शाकिब अल हसन को दो साल के लिए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के सभी प्रारूपों से बैन कर दिया गया है. शाकिब को बैन करने का फैसला आईसीसी की एंटी करप्शन यूनिट ने लिया है. दरअसल, शाकिब पर आरोप लगा है कि उन्हें तीन अलग अलग मौके पर बुकी ने संपर्क किया था और उन्होंने यह बात आईसीसी से छुपाई थी. शाकिब ने अपनी गलती मान ली है जिसक कारण उन्हें पांच साल का बैन नहीं लगा है. बता दें, नियमों के मुताबिक अगर कोई खिलाड़ी इस तरह की घटना में दोषी पाया जाता है तो उसे अधिकतम पांच सालों तक के लिए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से बैन किया जा सकता है.आईसीसी ने शाकिब पर दो साल का बैन लगाया है उसमें एक साल की अवधि निलंबित रखी गई है. आईसीसी ने यह बैन साल 2018 से लगाया है. आईसीसी के जनरल मैनेजर (इंटीग्रिटी) एलेक्स मार्शल ने शाकिब पर बैन लगने के बाद कहा कि शाकिब अल हसन बेहद अनुभवी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर हैं. उन्होंने मैच फिक्सिंग का ऑफर मिलने के बाद क्या किया जाना चाहिए, इसे लेकर हुए काफी प्रोग्राम में हिस्सा लिया है. उन्हें इसकी जानकारी आईसीसी की एंटी करप्‍शन यूनिट को देनी चाहिए थी. उन्होंने आगे कहा कि शाकिब ने अपनी गलतियों को स्वीकार किया है और जांच में पूरी तरह से सहयोग किया है. उन्होंने भविष्य की शिक्षा में वफ़ादारी इकाई की सहायता करने की पेशकश की है, ताकि युवा खिलाड़ियों को उनकी गलतियों से सीखने में मदद मिल सके. मैं इस प्रस्ताव को स्वीकार करके खुश हूं. वहीं शाकिब अल हसन ने अपने एक बयान में कहा कि निश्चित रूप से मैं इस खेल को बहुत प्यार करता हूं और खुद पर दो साल का प्रतिबंध लगने से बेहद दुखी हूं. मगर मैं मैच फिक्सिंग के ऑफर की जानकारी आईसीसी को न देने के लिए खुद पर लगे आरोपों को स्वीकार करता हूं. आईसीसी की एंटी करप्‍शन यूनिट भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई लड़ने के लिए खिलाड़ियों द्वारा अहम भूमिका निभाए जाने का भरोसा रखती है, लेकिन मैं इस मामले में अपना कर्तव्य निभाने में असफल रहा. विश्व   कप के 12वें संस्करण में इतिहास रचने वाले शाकिब अल हसन ने कहा,'दुनियाभर के अधिकतर खिलाड़ियों और प्रशंसकों की तरह मैं भी क्रिकेट को भ्रष्टाचारमुक्त खेल के तौर पर स्‍थापित होते देखना चाहता हूं. और मैं भी आईसीसी की एंटी करप्‍शन यूनिट के साथ मिलकर युवा खिलाड़ियों को इसके प्रति जागरूक करने का प्रयास करूंगा ताकि जो गलती मैंने की है, वो गलती वे न करें.