आज ही विश्व विजेता बनी थी इंग्लैंड की टीम

 14 Jul 2020  700

संवाददाता/in24 न्यूज़.  
आज के दौर में क्रिकेट में बहुत बदलाव आया है. आज का दिन इंग्लैंड के लिए ऐतिहासिक है, क्योंकि क्रिकेट का जन्मदाता इंग्लैंड आज से ठीक एक साल पहले 2019 में आज ही के दिन न्यूजीलैंड को हराकर पहली बार विश्व चैंपियन बना था। विश्व कप 2019 का फाइनल। मेजबान इंग्लैंड के सामने थी न्यूजीलैंड की टीम। मैदान था ऐतिहासिक लॉर्ड्स का। यह इंग्लैंड का चौथा विश्व कप फाइनल था, वहीं न्यूजीलैंड विश्व कप को जीतने की लगातार दूसरी कोशिश में फाइनल में पहुंचा था। फाइनल में टॉस जीतकर न्यूजीलैंड के कप्तान केन विलियमसन ने पहले बल्लेबाजी का फैसला किया। शुरुआत कुछ खास नहीं रही और अनुभवी मार्टिन गुप्टिल एक स्टार्ट मिलने के बाद 19 रनों पर आउट हो कर पविलियन लौट गए। न्यूजीलैंड की टीम के सभी बल्लेबाजों की कहानी कुछ ऐसी ही रही, यानी कि शुरुआत तो सबको मिली, मगर उसे बड़े स्कोर में तब्दील करने में सब नाकामयाब रहे। कीवी टीम ने हेनरी निकोल्स (55) और टॉम लैथम (47) की छोटी पारियों की बदौलत 50 ओवरों में आठ विकेट खोकर 241 का सम्मानजनक स्कोर खड़ा किया। इंग्लैंड की ओर से लियाम प्लंकेट और क्रिस वोक्स ने 3-3 विकेट लिए। लक्ष्य का पीछा करने उतरी इंग्लैंड की टीम की शुरुआत भी कुछ खास नहीं रही और अंग्रेज़ नियमित अंतराल में अपने विकेट गवाते रहे। इंग्लैंड की टीम की चार बल्लेबाज सिर्फ 86 रन के कुल स्कोर पर पविलियन लौट गए थे। अब टीम की नैया पार लगाने की जिम्मेदारी बेन स्टोक्स और जोस बटलर के कंधो पर थी। दोनों ने पांचवे विकेट के लिए 110 रन की एक अहम साझेदारी की। इंग्लैंड को तगड़ा झटका तब लगा जब बटलर 45वें ओवर में 59 रन बनाकर आउट हो गए। इस वक़्त इंग्लैंड का कुल स्कोर 196 रन था और जीत के लिए अभी भी 46 रनों की दरकार थी। बटलर के जाने के बाद लगातार विकेट गिरते रहे, मगर स्टोक्स ने एक छोर संभाले रखा।मैच आखिरी ओवर में पहुंच गया जहां इंग्लैंड को जीत के लिए 15 रनों की जरूरत थी। स्टोक्स के सामने थे न्यूजीलैंड के सबसे बेहतरीन गेंदबाज ट्रेंट बोल्ट। बोल्ट की पहली दो गेंदे डॉट रहीं और अब इंग्लैंड की जीत अब मुश्किल नजर आ रही थी। मगर, तीसरी गेंद पर स्टोक्स ने शानदार छक्का लगाया और अब इंग्लैंड को तीन गेंदों पर नौ रन बनाने थे। चौथी गेंद पर स्टोक्स ने शॉट लगाया और दो रन के लिए दौड़ पड़े, रन आउट के चक्कर में गुप्टिल ने कीपर की ओर थ्रो फेंका और थ्रो स्टोक्स के बल्ले से लग कर बाउंड्री से जा लगा। इसके साथ ही इंग्लैंड के खाते में छह और रन जुड़ गए। खेल में हार जीत स्वाभाविक बात है, मगर जब जीत ऐतिहासिक बन जाए तो उसका महत्त्व हमेशा के लिए कायम हो जाता है. इंग्लैंड के लिए आज का दिन यादगार भी है और ऐतिहासिक भी.